पंजाब पुलिस को यह भनक लगते ही उसने मेरठ में डेरा डाल दिया है। पंजाब पुलिस आटो चालकों से पूछताछ कर रही है। पंजाब पुलिस ने इस मामले में मेरठ पुलिस की भी मदद ली है।
पंजाब पुलिस कस्टडी से फरार खालिस्तानी अमृतपाल का मेरठ से कनेक्शन जुड़ा है। बताया जाता है कि अमृतपाल को बेगमपुल पर टेंपो से जाते देखा है। बताया जाता है कि जानकारी लगने पर पंजाब पुलिस मेरठ आई और टेंपो चालक पल्लवपुरम डबल स्टोरी निवासी अजय से पूछताछ की।
पंजाब पुलिस को पता जानकारी मिली थी कि अमृतपाल मेरठ से मोदीपुरम जाने वाले टेंपो में बैठा था। टेंपो चालक का कहना है कि जांच करने आई पंजाब पुलिस ने अमृतपाल का फोटो दिखाकर पूछताछ की थी।
यह भी कहा कि एक सप्ताह पहले उसके टेंपो में अमृतपाल बैठकर गया था। पंजाब पुलिस ने पूछा कि वह बेगमपुल से मोदीपुरम के बीच कहां उतरा। पंजाब पुलिस को टेंपो चालक कोई जानकारी नहीं दे सका। उसने पूरे मामले से अनभिज्ञता जताई है।
टेंपो चालक का कहना है कि वह पांच दिन पहले वह परिवार के साथ टेंपो से गंगा स्नान के लिए गया था। वापस लौटते समय टेंपो का एक्सीडेंट हो गया। उसके अगले दिन उसके मोबाइल पर पंजाब पुलिस का फोन आया था।
पंजाब पुलिस ने उसे बेगमपुल बुलाया था। लेकिन उसने जाने से मना कर दिया। इसके बाद पंजाब पुलिस उसके घर पहुंची जहां पर पंजाब से भागे खालिस्तानी अमृतपाल सिंह के बारे में पूछते रहे। बताया जाता है कि पंजाब पुलिस अभी मेरठ में ही डेरा डाले हुए है।