
चैत्र नवरात्रि पर 100 साल बाद बना दुर्लभ संयोग
हिन्दू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व है। चैत्र नवरात्रि 22 मार्च 2023 बुधवार से शुरू होंगे। इसी के साथ इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं।
नवरात्रि के नौ दिनों में दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। पंडित भारत ज्ञान भूषण ने बताया कि चैत्र नवरात्रि में दुर्गा की पूजा करने से सभी प्रकार की बाधाएं दूर होते हैं।
जानिए घट स्थापना मुहूर्त
हिन्दू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 21 मार्च 2023 रात्रि 9.22 मिनट पर होगी। इसका समापन 6.50 मिनट पर होगा।
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना का समय सुबह 06.14 मिनट से सुबह 7.55 मिनट के बीच ही रहेगा।
चैत्र नवरात्रि 2023 दुर्लभ संयोग
भारत ज्ञान भूषण के अनुसार चैत्र नवरात्रि पर 100 वर्ष बाद गुरु और बुध ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे। जिसका प्रभाव राशियों पर पड़ेगा। इस संयोग को शुभ माना जा रहा है।
इसके साथ इस दिन सुबह 7.48 मिनट तक शुक्ल योग रहेगा और इसके बाद ब्रह्म योग प्रारंभ हो जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक दोनों योग बहुत शुभ माने गए हैं। इसी के साथ इस अवधि में पूजा-पाठ करने से देवी भक्तों को विशेष फल प्राप्त होता है। जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं।
नौका पर सवार होकर आ रही मां दुर्गा
पंडितों के मुताबिक, इस साल मां दुर्गा नौका पर सवार होकर आ रही हैं। मां के इस सवारी को सुख-समृद्धि और सौहार्द का प्रतीक माना है। इसी के साथ इस रूप में माता पूजा करने से साधकों को धन-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
Published on:
21 Mar 2023 07:12 pm
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