12 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

फरवरी में रिकार्ड तोड़ गर्मी, 13 साल में तीसरी बार तापमान 32 के पार

फरवरी के महीने में रिकार्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। पिछले 13 साल में फरवरी में तीसरी बाद तापमान 32 के पार पहुंचा है।  

2 min read
Google source verification

मेरठ

image

Kamta Tripathi

Feb 22, 2023

फरवरी में रिकार्ड तोड़ गर्मी, 13 साल में तीसरी बार तापमान 32 के पार

तेज धूप से बढ़ रहा यूपी के जिलों का तापमान

फरवरी के अंतिम सप्ताह में गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मंगलवार को अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री दर्ज किया गया। बीते 13 साल में फरवरी तीसरी बार इतनी गर्म हुई है।

मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने बताया कि इससे पहले 2016 और 2021 को छोड़ दें तो मंगलवार फरवरी में अब तक का सबसे गर्म दिन रहा है।

21 फरवरी की रात को लखनऊ का तापमान 16 डिग्री रहा था, जो कि इस सीजन में सबसे अधिक माना जा रहा है। न्यूनतम तापमान ने पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 2022 की फरवरी में यह अधिकतम 15.8 डिग्री तक पहुंचा था।

यह भी पढ़ें : अपडेट हुए पेट्रोल-डीजल के दाम, जानिए यूपी के शहरों में दाम



पश्चिम विक्षोभ की कम सक्रियता तापमान बढ़ने का कारण
सुबह से दोपहर तक तेज धूप के चलते लोगों को पंखा और एसी चलाना पड़ रहा है। रात का तापमान अधिक होने से लोगों को पंखे की जरूरत महसूस हो रही है। मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की कम सक्रियता तापमान बढ़ने का प्रमुख कारण है।


2011 से 2022 के बीच अधिकतम तापमान का अधिक
साल 2016 में अधिकतम तापमान 33.3 और 2021 में 33.6 डिग्री तक पहुंच गया था। अन्य सालों में यह इस प्रकार रहा।
वर्ष ------ अधिकतम उच्च तापमान
2011-------- 31.0
2012------- 31.2
2013 -------29.6
2014 -------28.3
2015 -------31.6
2017 -------32.3
2018 ------32.5
2019 ------30.5

यह भी पढ़ें : Bigg Boss 16: 'सलमान खान ने दिया मेरा पूरा साथ, जीवन भर उनकी अहसानमंद'- अर्चना

बढ़ती गर्मी का कारण
डा. एन सुभाष के अनुसार इस समय यूपी में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता समाप्त है। इससे बादल, बारिश व कोहरे का प्रभाव कम हो गया है।

आसमान साफ रहने से फरवरी के तीसरे सप्ताह में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर है। उन्होंने बताया कि जनवरी में और फरवरी के शुरुआती दिनों में ठंड से वाष्पीकरण नहीं हो पाया।

इसी तेजी से तापमान बढ़ेगा तो आने वाले समय में दबाव पड़ने से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे। जितना ज्यादा दबाव पड़ेगा, उतना अधिक बारिश की संभावना बढ़ेगी।