
इस जिले में बहाल हुर्इ इंटरनेट सेवा, जानिए प्रशासन ने क्यों लगार्इ थी रोक
मेरठ। मेरठ में सोमवार की सुबह से लेकर शाम तक लोग इंटरनेट सेवा ठप होने से परेशान रहे। यह निर्णय जिला प्रशासन की आेर से लिया गया था। दरअसल, रविवार की शाम माॅब लिंचिंग के विरोध में यहां हुर्इ सभा आैर जुलूस निकाले जाने के बाद उत्पात के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इससे मामला शांत हुआ, लेकिन जबरदस्त तनाव भी रहा। इस मामले को लेकर गलत मैसेज या अफवाह नहीं फैले, इसको लेकर जिला प्रशासन ने इंटरनेट सेवा बंद करने का निर्णय लिया। देर रात से लेकर सोमवार की शाम 5.30 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गर्इ थी। शाम के बाद यह बहाल की गर्इ।
कड़ी चौकसी के लिए निर्णय
सोमवार की शाम तक इंटरनेट पर रोक लगने से व्हाट्स ऐप, ट्विटर एवं फेसबुक प्रेमी परेशान रहे। बाहरी जिलों से आने वाले यात्रियों को उस समय परेशानी का सामना करना पड़ा जब वे मेरठ की सीमा में प्रवेश करते ही उनके मोबाइल पर इंटरनेट सेवा बंद का मैसेज आया। यात्रियों को इसके बारे में पता नहीं था कि मेरठ में अस्थायी तौर पर इंटरनेट सेवा बंद की गई है। हालांकि प्रशासन का तर्क है कि यह पाबंदी संदेशों के आदान-प्रदान से महानगर का माहौल खराब होने से बचाने के लिए उठाया गया है। सांप्रदायिक घटना को रोकने के उद्देश्य से ही हरकत में आए जिला प्रशासन एवं पुलिस ने महानगर की चौकसी कड़ी कर दी। डीएम अनिल ढींगरा ने सोमवार को जिले में धारा 144 के अंतर्गत शांति व्यवस्था एवं सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए सभी मोबाइल कंपनियों द्वारा इंटरनेट सेवा बंद करने के आदेश दिए। इस अवधि में इंटरनेट से सभी लूप लाइन एवं लीज लाइन भी निष्क्रिय रही।
लाखों का करोबार प्रभावित हुआ
इंटरनेट सेवा बंद होने से लाखों का कारोबार भी प्रभावित हुआ। संयुक्त व्यापार संघ के महामंत्री विपुल सिंघल का कहना है कि इंटरनेट सेवा प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से बंद की, लेकिन इसके बारे में पहले अवगत कराना चाहिए था। आजकल व्यापार भी इंटरनेट पर ही होने लगा है। सोमवार को इंटरनेट सेवा बंद होने से व्यापारियों को खासी परेशान का सामना करना पड़ा। व्यापारियों को इससे लाखों का फटका लगा है। वहीं इंटरनेट सेवा बंद होने से जोमेटो और अन्य कंपनियों के आनलाइन आर्डर पर भी इसका असर देखने को मिला। फार्मा कंपनी में जॉब करने वाले शुभम ने बताया कि उनको नेट सेवा बंद होने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
Published on:
01 Jul 2019 10:55 pm
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