मेरठ

गन्ने के खेत में पड़ी नवजात के लिए रिक्शा चालक बना मसीहा

मां की ममता इतनी कठोर हो सकती है ये किसी ने नहीं सोचा होगा और न देखा होगा। लेकिन मेरठ में एक निर्दयी मां ने अपनी ममता को उस समय शर्मसार कर दिया जब दो दिन की मासूम को गन्ने के खेत में रोती बिलखती छोड़कर चली गई। कहते हैं कि मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है। ऐसा ही कुछ इस मासूम के साथ हुआ। मासूम को एक रिक्शा चालक ने बचा लिया।

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Jun 29, 2022
गन्ने के खेत इस हालत में पड़ी मासूम के लिए रिक्शा चालक बना मसीहा

मां की ममता उस समय शर्मसार हो गई जब मेरठ के माछरा गांव में एक खेत से दो दिन की मासूम रोते-बिलखते मिली। रास्ते से गुजर रहे रिक्शा चालक के कानों में मासूम के रोने की आवाज पहुंची तो उसने बच्ची को उठाकर सीएचसी में भर्ती कराया। मासूम अब स्वस्थ है। चिकित्सक ने चाइल्ड हेल्पलाइन को फोन पर सूचना दी। माछरा के एक ईख के खेत में दो दिन की मासूम बच्ची कपड़े में लिपटी हुई मिली। उधर से गुजर रहे एक रिक्शाचालक ने मासूम के रोने की आवाज सुनी तो उसने उसे उठा लिया। रिक्शा चालक ने बताया कि बच्ची के शरीर पर कीचड़ भी लगी था। वह भूख से बिलख रही थी।

रिक्शा चालक ने बच्ची को अपनी गोद में उठाया और उसे नजदीकी सीएचसी में भर्ती कराया। चिकित्सक डॉ. मनीष ने तुरंत चाइल्डलाइन हेल्पनंबर पर लावारिस बच्ची मिलने की सूचना दी। चाइल्डलाइन निदेशिका अनीता राणा ने बताया कि बच्ची के बारे में पुलिस को जानकारी दी गई है जिसके बाद किठौर थाने में जीडी एंट्री कर ऑफिस लाया गया है। बच्ची की देखभाल की जा रही है। बच्ची की देखभाल की जा रही है।


चाइल्डलाइन प्रभारी अनिता राणा ने बताया क बच्ची बिल्कुल स्वास्थ्य है। उसकी देखभाल की जा रही है। वह दूध पी रही है। पहले उसके चाइल्ड स्पेशलिस्ट को दिखाया गया था। उन्होंने बच्ची के स्वास्थ्य की जांच की है। जिसमें वह बिल्कुल स्वास्थ्य पाई गई है। बच्ची के मां बाप का पता लगाने के लिए थाना पुलिस को बोला गया है। अनिता राणा का कहना है कि जिस जगह खेत में बच्ची पाई गई वहां पर चारों ओर जंगल है और जंगली जानवरों का भी खतरा रहता है। ये तो भला हो उस रिक्शा चालक का जिसने समय रहते मासूम की जान बचा ली। वरना कुछ भी हो सकता था।

Updated on:
29 Jun 2022 03:13 pm
Published on:
29 Jun 2022 03:09 pm
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