6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

आसमान में था यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन का हेलीकॉप्टर, तभी नीचे छात्रों ने कर दिया ऐसा काम कि मच गया हड़कंप

CCSUछात्रों ने व्यापार संघ को दी खुली चेतावनी मेरठ में फैले तेल माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग व्यापारी नेताओं से बोले छात्र, तेल माफिया का बचाव करना बंद करें

2 min read
Google source verification

मेरठ

image

Iftekhar Ahmed

Sep 16, 2019

maxresdefault.jpg

helicopter

मेरठ. तेल के खेल मामले में तेल माफिया संजय के साथ आए व्यापारी संगठन शहर के छात्रों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। सोमवार को जब मेरठ के मोदीपुरम स्थित कृषि विवि के दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए राज्यपाल आनंदी बेन हेलीकाप्टर से मेरठ के आसमान से गुजर रही थी। उस दौरान नीचे चैधरी चरण सिंह विवि के गेट पर छात्र तेल माफियाओं का पुतला फूंक रहे थे। छात्रों ने पहले तेल माफियाओं के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद उनके पुतले में आग लगा दी। इस दौरान छात्रों ने व्यापार संघ के उन पदाधिकारियों को भी चेतावनी दी, जो तेल माफिया के समर्थन में आ रहे हैं।

छात्रों ने कहा कि तेल माफियाओं का जाल पूरे मेरठ में फैला हुआ है। कोई पेट्रोल पंप ऐसा नहीं है, जहां पर तेल में मिलावट न हो रही हो। जिले में लोगों के वाहन इसी मिलावटी पेट्रोल से खराब हो रहे हैं। तेल में मिलावट के कारण किसानों के टैक्टर और दूसरी मशीनरी भी खराब हो चुकी हैं। इसकी शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस बार तेल माफियाओं पर प्रशासन ने जो शिकंजा कसा है। उससे तेल माफियाओं में दहशत का माहौल है। वे अपने बचाव के लिए कुछ भी कर सकते हैं। छात्रों ने आरोप लगाया कि व्यापार संघ के पदाधिकारी तेल माफियाओं के बचाव में उतर आए हैं, जो कि सरासर गलत है। तेल माफिया को बचाकर व्यापार संघ के पदाधिकारी उनका ही पक्ष ले रहे हैं।

यह भी पढ़ें: वाहन चालकों के लिए आई बड़ी खुशखबरी, अब किसी का नहीं कटेगा चालान !

छात्रों ने व्यापार संघ के पदाधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर वे तेल माफिया के समर्थन में आए तो छात्र सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगा और तेल माफिया के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर इसका विरोध किया जाएगा। छात्रों का कहना था कि यह मामला बहुत गंभीर है। पूरे जिले में तेल माफियाओं ने आतंक मचा रखा है। छात्रों का आरोप था कि नियम विरूद्ध इन लोगों ने जमीन के भीतर टैंक बना लिए हैं।