
बुलंदशहर में बवाल के बाद पुलिस ने गोकशी रोकने के लिए इस गांव से पूरे प्रदेश में शुरू किया ये अनोखा अभियान, देखें वीडियो
मेरठ। गोकशी को लेकर बुलंदशहर के स्याना में भड़की हिंसा के बाद से उत्तर प्रदेश में गोकशी रोकने के लिए पुलिस एलर्ट मोड पर हैं। मेरठ के सांसद मेरठ के दो थानों की पुलिस पर गोकशी करने वालों को संरक्षण देने का भी आरोप लगा चुके हैं। पुलिस ने हालांकि सांसद राजेन्द्र अग्रवाल के आरोपों को सिरे से नाकारा है। अब मेरठ की देहात पुलिस ने गोकशी रोकने के लिए एक अनोखी पहल की है। जिसके तहत जिन थाना क्षेत्रों में गोकशी की घटनाएं सर्वाधिक होती हैं उनमें ग्रामीणों को शपथ दिलाई जा रही है कि वे गोकशी होने नहीं देंगे और क्षेत्र में गोकशी रोकने में पुलिस की मदद करेंगे।
पिछले दस वर्षों के गोतस्करों का वेरिफिकेशन
पुलिस पिछले दस वर्षों से गोकशी की घटनाओं में लिप्त रहे आरोपियों का वेरिफिकेशन करा रही है। थाना स्तर पर की जा रही जांच में यह देखा जाएगा कि गोकशी का आरोपी सुधर गया है या नहीं। यदि कोई भी व्यक्ति गोकशी जैसी घटना में संलिप्त मिलता है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवार्इ की जाएगी। वहीं, गोकशों को रास्ते पर लाने के लिए पुलिस ने अनूठा तरीका भी निकाला है। जिसके तहत गांवों में जाकर या थाने पर बुलाकर पूर्व में गोकशी में शामिल रहे आरोपियों के परिवारों और ग्रामीणों को क्षेत्र में गोकशी न होने देने की कसम खिलवाई जा रही है।
गोतस्करों का होगा सामाजिक बहिष्कार
वहीं, गोकशी के परिवार के लोगों को ताकीद की जा रही कि वह गोकशों का साथ न दें। गोकशी की कमाई खाने वाले परिवार भी गोकशी के लिए जिम्मेदार माने जाएंगे और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवार्इ की जाएगी। गोकशी करने वाले को समाज से बाहर निकाला जाएगा। इस अभियान के तहत गोकशी के लिए कुख्यात जानी, किठौर और फलावदा थानों के कुछ गांवों में पुलिसकर्मी पहुंचे और वहां पर एक चौपाल पर ग्रामीणों को एकत्र किया इसके बाद उनको गोकशी न करने की कसम दिलाई गई।
Published on:
15 Dec 2018 01:18 pm
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