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सुरक्षा में लगी पीएसी पिकेट के बचे खाने पर निर्भर हो गया है गवाह का परिवार!

मेरठ के सरूरपुर के गांव रजापुर में हत्या की गवाह सावित्री के बाद उसके दामाद की हत्या कर दी गर्इ थी

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मेरठ। हत्यारोपी से समझौता न करने और गवाही देने की बात पर कायम रहने पर धमकी देकर तीन फरवरी 2018 को मेरठ के सरूरपुर के गांव रजापुर के बहुचर्चित सावित्री हत्याकांड और उसके बाद 12 फरवरी को सावित्री के दामाद की हत्या के पश्चात पुलिस ने भले ही मितन के परिवार की सुरक्षा बढ़ाा दी हो, लेकिन उसको इस बात का दुख है कि उसके परिवार से मिलने आज तक कोई विधायक या नेता उसके घर नहीं आया। मितन के जीजा बबलू की हत्या के बाद से उसकी बहन भी भयभीत होकर उसके साथ ही आकर रहने लगी है। परिवार के पास इस समय पेट भरने का कोई जरिया नहीं है। डरे सहमे परिवार को तारीख पर तारीख मिल रही है। अब इस दौरान मितन और उसके भाई को कड़ी सुरक्षा के बीच कचहरी आना पड़ रहा है।

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पीएसी मेस के खाने से भर रहे पेट

मितन का कहना है कि उसके परिवार के पास पेट भरने का कोई जरिया नहीं है। उसकी सुरक्षा में लगी पीएसी की पिकेट में जो खाना बनता है, उससे बचे हुए खाने से ही उसका परिवार अपना पेट भरता है। कभी-कभी तो खाना इतना कम पड़ जाता है कि रात में भूखे सोने की नौबत आ जाती है।

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आज भी थी गवाही

मितन और उसके परिवार में उसके परिवार की सुरक्षा के लिए काफी सतर्कता बरती जा रही है। मितन और उसके भाई को प्रतिदिन कोर्ट में गवाही देने के लिए लाया जा रहा है। जहां पर हत्यारोपी के सामने उसका वकील मितन से जिरह करता है। सरूरपुर में हुए चेतन हत्याकांड के मुख्य गवाह मृतक के भाई रवि और मितन को लगातार मिल रही धमकियों के चलते कचहरी छावनी में तब्दील रही। पुलिस की कड़ी सुरक्षा में गवाह रवि और मितन को वज्र वाहन में गांव रजापुर से कचहरी लाया गया। इस दौरान कचहरी के चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात रही। बताते चलें कि मितन ने सोमवार को एसएसपी मंजिल सैनी से मिलकर आरोप लगाया था कि कुछ दिन पूर्व उसकी सुरक्षा में तैनात किया गया एक सिपाही उस पर आरोपियों से समझौते का दबाव बना रहा है। समझौता न करने पर उसकी हत्या की धमकी दी जा रही है।

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