
निर्भया केसः तिहाड़ जेल में चारों दोषियों को दी गई फांसी, थोड़ी देर में शवों का होगा पोस्टमार्टम
नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप कांड (Nirbhaya Gang rape Case ) में आखिरकार सात साल बाद चारों दोषियों को फांसी दे दी गई। ठीक साढे 5 बजे तिहाड़ जेल के फांसी घर में चारों दोषियों को फांसी के फंसे पर लटकाया गया। तिहाड़ जेल के डॉयरेक्टर संदीप गोयल ने चारों दोषियों की फांसी के फंदे पर लटकाने की पुष्टि की।
जल्लाद पवन ने दोषियों को सूली पर लटकाया
दोषी अक्षय कुमार, मुकेश सिंह, पवन गुप्ता और विनय शर्मा को फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। देर रात सुप्रीम कोर्ट से दोषियों की याचिका खारिज होने के बाद चारों गुनहगारों को जल्लाद पवन ने सूली पर लटकाया। फांसी देने के बाद तिहाड़ जेल के बाहर जश्न का माहौल दिखा । लोग हाथों में तिरंगा झंडा लहराते हुए इंसाफ मिलने के नारे लगाते रहे। लोगों ने निर्भया जिंदाबाद, हर बेटी को न्याय मिले और भारत माता के नारे लगाए।
Live Updates:
- दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में शवों का पोस्टमार्टम जारी है
- डॉक्टर बीएन मिश्रा के नेतृत्व में पांच सदस्यीय मेडिकल टीम पोस्टमार्टम करेगी
- दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल में शवों को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है
- तिहाड़ जेल में लॉकडाउन खत्म किया गया। तमिलनाडु पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला
- थोड़ी देर बाद शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा। दीनदयाल अस्पताल में शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
-पोस्टमार्टम का वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी। उसके बाद शवों को परिजनों को सौंपा जाएगा।
- तिहाड़ जेल के बाहर लोगों ने जश्न मनाया और मिठाइयां बांटकर खुशी जाहिर की
- निर्भया की मां ने न्यायापालिका और सरकार को धन्यवाद दिया
- निर्भया की मां ने कहा- सात साल बाद आखिरकार मिला इंसाफ
- तिहाड़ के डायरेक्टर संदीप गोयल ने चारों दोषियों की फांसी देने की पुष्टि की
- चारों दोषियों को फांसी दी गई
- जल्लाद ने फंदे की गाठ को चेक किया
- जल्लाद ने फांसी का फंदा दोषियों के गले में डाला
- निर्भया के दोषियों को फांसी देने वाली जगह पर लाया गया।
- तिहाड़ जेल के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
- तिहाड़ जेल के बाहर लोगों की भीड़
आज मेरी बेटी को इंसाफ मिला- आशा देवी
फांसी मिलने के बाद निर्भया की माता ने कहा कि आखिरकार 7 साल बाद निर्भया को इंसाफ मिला। निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि देर से ही सही लेकिन इंसाफ मिला। आज न्याय प्रक्रिया पर भरोसा बढ़ा है। आशा देवी ने कहा कि मुझे अपनी बेटी निर्भया पर गर्व है । मां का जो धर्म होता है उसे मैंने निभाया है। सात साल से अधिक लंबी लड़ाई में आखिर सच की जीत हो गई। आज का दिन निर्भया दिवस या महिला सुरक्षा दिवस के रूप में मनाएंगे। आज का दिन देश की बच्चियों के नाम होगा।
अदालतों में चला हाई वोल्टेज ड्रामा
गुरुवार को दिन से लेकर रात तक दोषियों को फांसी से रोकने के लिए हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। पहले पटियाला हाउस कोर्ट ने अर्जी को खारिज कर दिया जिसमें डेथ वारंट पर रोक की मांग की गई थी। उसके बाद दोषियों ने रात 10 बजे दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका लगाई। जिससे हाईकोर्ट ने भी खारिज कर दी।
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका
उसके बाद दोषियों के वकील ए पी सिंह ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। दोषी पवन गुप्ता के नाबालिग होने की याचिका लगाई गई । जिसपर ढाई बजे में आर भानुमति की बेंच ने पूरे मामले की सुनवाई की। सुनवाई के बाद शीर्ष कोर्ट ने यह कहते हुए याचिका खारिज कर दी कि इसमें कोई दम नहीं है।
छात्रा के साथ 16 दिसंबर को हुआ था गैंगरेप
गौरतलब है कि 16 दिसंबर 2012 की देर रात दिल्ली के मुनिरका में 6 लोगों ने चलती बस में पैरामेडिकल की छात्रा से गैंगरेप किया। इस मामले में दरिंदों ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी थी। इसके बाद युवती को चलती बस से बाहर फेंक दिया गया। गंभीर हालात में युवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे सिंगापुर रेफर कर दिया गया। जहां पीड़िता ने दम तोड़ दिया।
Updated on:
20 Mar 2020 12:08 pm
Published on:
20 Mar 2020 08:01 am
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