नई दिल्ली। भारत में कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) के बीच संक्रमण के मामलों में तेजी देखी जा रही है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर को देखते हुए होली, नवरात्रि त्योहारों पर कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं। इसी बीच शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 12 राज्यों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की है। इस बैठक में उन्होंने 12 राज्यों के 46 जिलों में कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है।
कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित 46 जिलों में इस माह 71 फीसदी नए मामले और 69 फीसदी मौत के मामले सामने आए। इसमें से महाराष्ट्र के 25 जिलों मे 59.8 फीसदी मामले बीते एक हफ्ते में दर्ज किए हैं। ये भी पाया गया है कि लगभग 90 फीसदी कोविड वायरस से होने वाली मौतें 45 वर्ष से ऊपर हैं।
इस बात पर भी जोर दिया गया है कि कोरोना वायरस की की दूसरी लहर में जमीनी स्तर पर कोविड—19 से जुड़ी लापरवाही देखने को मिली है। यही वजह है कि अगले कम से कम 14 दिन तक इन 46 जिलों में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और कंटेनमेंट जोन पर खास ध्यान दिया जाएगा। इससे चेन ऑफ ट्रांसमिशन को तोड़ा जा सकेगा।
केंद्र सरकार ने दिया 5 सूत्रीय योजना राज्यों से ज्यादा मामले वाले 46 जिलों में सख्ती के साथ कंटेनमेंट और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का उपयोग करने को कहा है। बैठक में कोरोना मामलों को तेजी से रोकने के लिए टेस्टिंग, ट्रेसिंग,आइसोलेशन, क्लीनिकल ट्रीटमेंट और वैक्सीनेशन पर खास ध्यान देने की आवश्यकता है।
राज्य के हिसाब से कितने जिलों में फैला कोविड-19 महाराष्ट्र के 25 जिले, गुजरात के 4 जिले, हरियाणा के 3, तमिलनाडु के 3, छत्तीसगढ़ के 2, मध्यप्रदेश के 2, पश्चिम बंगाल के 2, दिल्ली के 1, जम्मू कश्मीर के 1, कर्नाटक के 1, पंजाब के 1, बिहार के 1 जिले में विशेष अभियान छेड़ा गया है। यहां कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।