एसएमसी ने दुकानदारों को अपना व्यवसाय चलाने के लिए टीकाकरण या समय-समय पर कोरोना परीक्षण करवाना अनिवार्य कर दिया है। दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की मांग की थी कि उनके कार्य करने की समय सीमा को बढ़ाया जाए। इसके बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने निगम क्षेत्र में दुकानों की जांच के लिए अभियान चलाया।
सोमवार और मंगलवार को अधिकारियों ने सर्वेक्षण अभियान चालू किया। इसके लिए सूरत शहर के सभी आठ क्षेत्रों में 7,194 दुकानों और स्टालों की जांच की और पाया कि 2,848 दुकानदारों ने कोविड के टीके की पहली खुराक ली थी। वहीं उनमें से कुछ ने दोनों खुराक ले रखी थी। 5,535 दुकानदारों, स्टाल मालिकों और कर्मचारियों ने अपनी कोविड परीक्षण रिपोर्ट प्रदान की।
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स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए गए
एसएमसी के उप स्वास्थ्य आयुक्त डॉ आशीष नाइक के अनुसार इस जांच के लिए एक अभियान शुरू किया गया है कि दुकान मालिकों और कर्मचारियों ने कोरोना वायरस का टीका लिया है या कोविड परीक्षण करा है। उन्होंने बताया कि इस समूह को परीक्षण और टीकाकरण के विवरण के साथ 1.39 लाख स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए गए हैं। शहर की सभी छह लाख दुकानों में स्वास्थ्य कार्ड वितरण में कुछ समय और लगेगा।
सब्जी मंडियों में भी निरीक्षण किया
अधिकारियों ने सब्जी मंडियों में भी निरीक्षण किया और पाया कि 4,419 विक्रेताओं में से 1,414 ने टीकाकरण किया था, वहीं 2,807 ने अपनी कोरोना परीक्षण रिपोर्ट प्रदान की। इनमें से कम से कम 402 ठेला चलाने वालों और स्टाल मालिकों के पास ऐसे दस्तावेज नहीं थे। उन्हें अनुमति के लिए इसे लाने को कहा गया है।
अभियान से दुकानदार थे अनजान
इस दौरान कई दुकानदारों को नगर निगम के इस अभियान के बारे में बिल्कुल भी पता नहीं था। चौक बाजार के इरफान शेख का कहना है कि वह ठेले पर फल बेचते हैं, उन्हें मंगलवार दोपहर को अपना व्यवसाय बंद करना पड़ा। उनके पास टीकाकरण या कोविड परीक्षण की रिपोर्ट नहीं थी।
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स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराने को कहा
शेख (50) ने कहा कि वे इस बात से अनजान थे। नगर निगम के अधिकारी उन्हें चौक बाजार स्थित स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराने को कहा। रिपोर्ट निगेटिव निकली। स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों ने टीकाकरण के लिए पंजीकरण कराने में उनकी मदद की। उनके पास कोई स्मार्टफोन नहीं है,इस कारण वे अभी तक टीका नहीं लगवा सके हैं।