
नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन आने वाले दिनों में और तेजी पकड़ सकता है। किसान इस आंदोलन से जुड़ने की तैयारी में लगे हुए हैं। दिल्ली के बॉर्डर पर एक माह से चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए शनिवार को 15 हजार किसानों का एक काफिला पंजाब के संगरूर के खनौरी बॉर्डर से रवाना हुआ। 27 दिसंबर को डबवाली बॉर्डर से 15 हजार किसान दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश करेंगे।
किसानों के समर्थन में उतरा शिक्षक संघ
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर चल रहे विरोध प्रदर्शन के समर्थन में राजस्थान शिक्षक संघ भी शामिल हुआ है। संगठन के एक प्रतिनिधि के अनुसार सरकार के खिलाफ राजस्थान में कई जगह पर प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इस कानून का असर पूरे मध्यम वर्ग पर पड़ेगा।गौरतलब है कि दिल्ली की कई सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के आंदोलन का शनिवार को 32वां दिन है। सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बैठक हो चुकी है,मगर सभी बेनतीजा रहीं है। सरकार लगातार वार्ता कर रही है। नए प्रस्ताव पर किसान संगठन आल कोई फैसला ले सकते हैं।
Published on:
26 Dec 2020 04:01 pm
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