इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हिंद महासागर क्षेत्र के रक्षा मंत्रियों सम्मेलन में कहा कि इस क्षेत्र में भारत सबसे बड़ा देश है। भारत की 7,500 किलोमीटर की विशाल तट रेखा है। हिंद महासागर क्षेत्र के सभी देशों के शांतिपूर्ण और समृद्ध सह-अस्तित्व के लिए भारत को सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
चुनौतियों से निपटने के लिए आईएएफ तैयार वहीं एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सीमा विवाद समाधान को लेकर भारत और चीन के बीच बातचीत चल रही है। एलएसी पर जितनी फोर्स की जरूरत है हमने तैनाती की है। हमारी तरफ से बातचीत को गंभीरता से लिया जा रहा है। अगर कोई नई स्थिति पैदा होती है तो हम उससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि इस बार भारतीय सेना की पूंजीगत खर्च में 20 हजार करोड़ रुपए की बढ़ोतरी सरकार का बड़ा कदम है। पिछले साल भी 20 हजार करोड़ रुपए के अतिरिक्त फंड उपलब्ध कराए गए थे। इससे तीनों सेनाओं को सुरक्षा तैयारियों में मदद मिली है। मुझे लगता है कि यह हमारी क्षमता निर्माण के लिए पर्याप्त है।