
नई दिल्ली।भारतीय सेना की स्ट्रटेजिक कमांड ने मंगलवार को ओडिशा के तट से अग्नि-2 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। अब्दुल कलाम द्वीप से लॉन्च किया गया यह मिसाइल एक टन वजनी परमाणु सामग्री ले जाने में सक्षम है। यह मिसाइल जमीन पर दुश्मन को 2000 किलोमीटर की दूरी तक मार गिराने में सक्षम है। दो हफ्ते पहले ही इसी द्वीप से अग्नि-1 मिसाइल का भी सफल परीक्षण किया गया था।
सेना में हो चुका है शामिल
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ठोस प्रणोदक युक्त सतह से सतह पर मार करने में सक्षम इस द्विस्तरीय मिसाइल का परीक्षण सुबह 8. 38 बजे किया गया। यह मिसाइल वर्ष 2004 में पहले ही सेना में शामिल की जा चुकी हैं और इसका इस्तेमाल सेना के 555 वें मिसाइल समूह द्वारा किया जाएगा।
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DRDO ने किया है विकसित
इसे हैदराबाद में रक्षा शोध एवं विकास संगठन (DRDO) की एंडवास्ड सिस्टम्स लेबोरेट्री ने विकसित किया है। यह मिसाइल एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP) का हिस्सा है और दूसरे चरण में आनबोर्ड थस्टर्स से युक्त है। इसके दोनों चरणों में ठोस प्रणोदक ईंधन प्रणाली का इस्तेमाल किया गया है ।
अग्नि-2 में क्या है खास
अग्नि-2 20 मीटर लंबी और एक मीटर परिधि वाली 17 टन वजनी यह मिसाइल एक हजार किलोग्राम का भार ले जाने में सक्षम है और इसकी मारक क्षमता दो हजार किलोमीटर से अधिक है। जिसे भार के अनुसार तीन हजार किलोमीटर की दूरी तक बढ़ाया जा सकता है। इसकी खूबी यह है कि इसे रोड़ मोबाइल और रेल मोबाइल लांचर से भी दागा जा सकता है। दो चरणों वाली इस ठोस चालित मिसाइल में एडवांस उच्च सटीकता नेविगेशन मौजूद है।
Updated on:
20 Feb 2018 02:18 pm
Published on:
20 Feb 2018 01:18 pm
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