Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कोरोना से जंग : 45+ उम्र के सभी लोगों को लगना शुरू हो गया कोरोना वैक्सीन

केंद्र ने कहा 1 फीसदी से कम हो वैक्सीन वेस्टेज।प्रभावित जिलों में दो हफ्ते में पूरा हो टीकाकरण।90 प्रतिशत कोरोना से मौतें 45 साल से अधिक उम्र के लोगों की हुईं।केंद्र ने राज्यों के साथ बैठक कर जारी किए निर्देश ।

2 min read
Google source verification
कोरोना से जंग : 45+ उम्र के सभी लोगों को लगना शुरू हो गया कोरोना वैक्सीन

कोरोना से जंग : 45+ उम्र के सभी लोगों को लगना शुरू हो गया कोरोना वैक्सीन

नई दिल्ली । कोरोना महामारी से जंग में गुरुवार को एक और बड़ा दिन। तीसरे चरण के तहत देश में 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना का टीका लगेगा। सरकारी अस्पतालों में टीका निशुल्क जबकि प्राइवेट अस्पतालों में पैसे चुकाने होंगे। इस बीच, केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश दिए हैं कि वे प्रभावित जिलों में दो सप्ताह के भीतर 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण आवश्यक रूप से पूर्ण करें। साथ ही केंद्र सरकार ने कहा कि हर कोरोना पॉजिटिव शख्स के संपर्क में आए 25-30 लोगों का पता लगाएं, जिससे संक्रमण की चेन को बढऩे से रोका जाए। उधर, देश में गत 24 घंटे के दौरान कोरोना के 53, 480 नए केस दर्ज किए गए। संक्रमण के कारण 354 लोगों की मौत हो गई। केंद्र सरकार ने बुधवार को सभी राज्यों के साथ बैठक कर निर्देश दिए कि टीके का वेस्टेज एक फीसदी से कम हो।

दिल्ली गए तो रैंडम टेस्टिंग, पॉजिटिव तो क्वारंटीन -
फ्लाइट, ट्रेन और बस से दिल्ली पहुंचने वालों की रैंडम कोरोना टेस्टिंग होगी। ये टेस्टिंग ऐसे यात्रियों की होगी, जो कोरोना से ज्यादा प्रभावित राज्यों से आ रहे हैं। पॉजिटिव लोगों का क्वारंटीन किया जाएगा।

फाइजर का दावा टीका बच्चों पर 100 प्रतिशत असरदार -
फाइजर-बायोएनटेक कंपनी का दावा है कि उसका कोविड-19 का टीका 12 से 15 साल के बच्चों पर 100 फीसदी असरदार है। ये कोरोना के ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीकी नए स्ट्रेन पर भी कारगर है। 'नेचर मेडिसिन' में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, फाइजर के टीके की केवल एक खुराक से ही उन लोगों में प्रभावी असर दिखाई देता है जो पूर्व में इस महामारी से संक्रमित हुए थे।

वैक्सीन के कम कवरेज वाले क्षेत्रों को चिन्हित किया जाए।
टीकों का एक्सपाइरी डेट से पहले इस्तेमाल हो।
को-विन और ई-विन ऐप पर डेटा नियमित रूप से अपडेट हो।
राज्य वैक्सीन का अनावश्यक स्टोरेज न करें।


बड़ी खबरें

View All

विविध भारत

ट्रेंडिंग