बताया जा रहा है कि ये सभी नेता टीडीपी नेता की हत्या के खिलाफ आज राज्य में विरोध प्रदर्शन करने वाले थे। अचानक पुलिस इन्हें रोकने के लिए पहुंच गई, जिसके बाद नारा लोकेश ने पुलिस से बहस कर ली। मामला इतना बिगड़ गया कि पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया। हालांकि, आगे इन लोगों के साथ किस तरह की कार्रवाई की जाएगी इसकी जानकारी अभी नहीं दी गई है। गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक भूख हड़ताल करने वाले थे। इसी के लिए सुबह चंद्रबाबू नायडू के आवास पर जाने की कोशिश कर रहे टीडीपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका और हिरासत में ले लिया।
वहीं, वाईएसआर कांग्रेस ने भी दावा किया है उनके कार्यकर्ताओं पर टीडीपी के लोगों द्वारा हमले किए गए हैं। जिसके विरोध में वाईएसआर कांग्रेस ने भी चलो अतामाकुर नाम से एक कार्यक्रम शुरू किया है। इससे दोनों पार्टियों के बीच विवाद बढ़ने के आसार हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अतामाकुर गांव और उसके आसपास के क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा को लागू कर दिया है। यहां आपको बता दें कि टीडीपी ने वाईएसआरसीपी के विरोध में चलो ‘चलो आत्माकुर’ का आह्वान किया है।
जब उन्हें रैली की इजाजत नहीं दी गई तो उन्होंने भूखहड़ताल पर जाने का फैसला किया। पुलिस का कहना है कि टीडीपी नेताओं के पास चलो आत्माकुर रैली के लिए अनुमति नहीं है। इसलिए पुलिस ने ये कदम उठाया।