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सेना का बड़ा कदम, अब हेडक्वार्टर से निकाल कर जंगी मोर्चे पर भेजे जाएंगे कर्नल रैंक के अफसर

पुलवामा आतंकी हमले के बाद पैरामिलिट्री फोर्स को लेकर सरकार के नए फैसले के बाद अब भारतीय सेना ने भी बड़ा कदम उठाया है।

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सेना का बड़ा कदम, अब हेडक्वार्टर से निकाल कर जंगी मोर्चे पर भेजे जाएंगे कर्नल रैंक अफसर

नई दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले के बाद पैरामिलिट्री फोर्स को लेकर सरकार के नए फैसले के बाद अब भारतीय सेना ने भी बड़ा कदम उठाया है। सेना ने उच्च अधिकारियों को हेडक्वार्टर से निकाल कर मोर्च पर तैनात करने के निर्देश जारी किए हैं। सेना के इस नए निर्देश में कर्नल रैंक के अधिकारियों को रखा गया है। दरअसल, पुलवामा हमले के बाद सीमा पर तेजी से बदले हालातों के बाद सेना ने फिलहाल मोर्चे पर तैनात अधिकारियों की संख्या बढ़ाकर दोगुना करने का फैसला लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब कर्नल रैंक के अफसरों को आर्मी हेडक्वार्टर से निकल कर जंगी मोर्चे पर जाना होगा। आपको बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार ने पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को हवाई यात्रा कराने का फैसला लिया था।

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सेना में 20 प्रतिशत अधिकारी हेडक्वार्टर में तैनात

जानकारी के अनुसार सेना जंग में शामिल करने के लिए अधिकारियों की कमी से दो—चार हो रही है। सेना में कई बड़े पद लंबे समय से खाली पड़े हैं। यही वजह है कि सेना को मोर्चे पर अधिकारियों की संख्या बढ़ाने के लिए यह कदम उठाना पड़ा। इस फैसले से लगभग 230 ऐसे अफसर मोर्चे पर तैनात किए जा जाएंगे, जो दुश्मनों से लोहा ले सकते हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार सेना में 20 प्रतिशत अधिकारी हेडक्वार्टर में तैनात है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार नए निर्देश के अनुसार हेडक्वार्टर में तैनात ऐसे अधिकारी जो युद्ध करने में सक्षम हैं, उनको फील्ड यूनिट में तैनात किया जाएगा।

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कुल संख्या एक हजार के लगभग

अभी सेना के हेडक्वार्टर में कर्नल रैंक के अधिकारियों की कुल संख्या एक हजार के लगभग है। उच्च अधिकारियों के अनुसार यह फैसला पूर्व में की गई स्टडी और सेना को और अधिक मजबूत बनाने के लिए लिया गया है।