12 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

महाराष्ट्र पुलिस का दावा: मोदी राज खत्म करने की थी तैयारी, गिरफ्तार वामपंथियों के हैं नक्सली कनेक्शन

महाराष्ट्र पुलिस के एडीजी ने परमबीर सिंह ने कहा कि गिरफ्तार कार्यकर्ताओं के नक्सली कनेक्शन होने के पुख्ता सूबत मिले हैं।

2 min read
Google source verification

image

Chandra Prakash Chourasia

Aug 31, 2018

bhima koregaon

महाराष्ट्र पुलिस का दावा: मोदी राज खत्म करने की थी तैयारी, गिरफ्तार वामपंथियों के हैं नक्सली कनेक्शन

नई दिल्ली। भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में पांच मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की हिरासत पर महाराष्ट्र पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। महाराष्ट्र पुलिस के एडीजी ने परमबीर सिंह ने साफ साफ कहा कि जिन लोगों को उठाया गया है उनके नक्सलियों के साथ संबंध हैं। पुलिस के पास इसके पुख्ता सबूत है। सिंह ने कहा जो पांचों कार्यकर्ता के सहयोगी 'मोदी-राज' खत्म करना चाहते थे। इसके लिए करीब आठ करोड़ रूपए से कई ग्रेनेड लॉन्चर भी खरीदने की तैयारी थी।

हिरासत में लिए गए लोगों के खिलाफ पुख्ता सबूत: एडीजी

परमबीर सिंह ने कहा कि 23 अप्रैल को माओवादियों की चिट्ठी मिलने के बाद से ही पुणे पुलिस हरकत में आ तहकीकात में हमें पता तला है माओवादी संगठन एक बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे। गिरफ्तार किए गए लोग उन माओवादियों की मदद भी कर रहे थे। एक आतंकी संगठन भी इनके साथ जुड़ा हुआ है। जब हमें इस बात पूरा यकीन हुआ उसके बाद ही हमने देश के विभिन्न राज्यों में छापा मारने और हिरासत में लेने की कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि 90 से 180 दिन में जांच पूरी हो जाएगी। एडीजी ने कहा कि यल्गार परिषद की बैठक में शामिल चार हजार लोगों के खिलाफ भी पुणे पुलिस तेजी से जांच कर रही है।

8 जनवरी को दर्ज हुआ था केस

महाराष्ट्र पुलिस एडीजी ने कहा कि 31 दिसंबर 2017 को दिए गए भड़काऊ भाषण के संबंध में 8 जनवरी को केस दर्ज किया गया था भड़काऊ भाषण को लेकर मंच पर बोलने वाले सभी लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है। सभा में शामिल लगभग सभी आरोपी कबीर कला मंच से जुड़े हुए हैं।

मंगलवार को हुई 5 वामपंथी विचारों की गिरफ्तारी

बता दें कि पुलिस ने महाराष्ट्र के कोरेगांव-भीमा दंगों के संबंध में मंगलवार को देश के अलग-अलग शहरों में छापे मारे और पांच मानवाधिकार कार्यकर्ताओं व कथित नक्सल समर्थकों को गिरफ्तार किया। इनमें वामपंथी विचारक वरवर राव भी शामिल हैं। मुंबई, पुणे, गोवा, दिल्ली, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और हरियाणा में 10 जगहों पर छापे मारे गए। पुणे के संयुक्त पुलिस आयुक्त शिवाजीराव बोडखे ने कहा कि हमने वरवर राव, वेर्नोन गोंजाल्वेज, अरुण परेरा, सुधा भारद्वाज और गौतम नौलखा को गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद देश के कई हिस्सों की इस कार्रवाई का विरोध भी हो रहा है।


बड़ी खबरें

View All

विविध भारत

ट्रेंडिंग