बंगाल मिशन के तहत भाजपा ने 200 सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है तो टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी विजय रथ जारी रखने तथा भाजपा को रोकने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। भाजपा ने राष्ट्रवाद, राष्ट्रीय राजनीति के सहारे पिछले 45 साल से केंद्र और राज्य में जारी टकराव की राजनीति को खत्म कर सरकार बनाने की कोशिश शुरू कर दी। महापुरुषों के बहाने राज्य के लोगों में राष्ट्रवाद और आत्मस मान की भावना जगा रही है। पार्टी भ्रष्टाचार मिटाने और खोए हुए पुराने गौरव को लौटाकर फिर से सोनार बांग्ला बनाने के मुद्दे उठा रही है। अभियान को सफल बनाने को भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बार-बार बंगाल का दौरा कर रहे हैं। पार्टी के चुनाव विशेषज्ञ, केंद्रीय नेता व मंत्री राज्य में छावनी डालने लगे हैं।
टीएमसी उप-राष्ट्रवाद और बंगाली भावनाओं को जगाने के लिए बंगाली बनाम बाहरी का मुद्दा उछाल कर तीसरी बार सत्ता में लौटने का प्रयास कर रही है। ममता सहित पार्टी नेता गांवों में क्षेत्रीयता को हवा दे रहे हैं। लोगों को यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि भाजपा बाहरी नेताओं की पार्टी है।