कंगना ने कुछ तस्वीरे साझा कर कार्रवाई को गैरकानूनी बताया है। बीएमसी ने कंगना को अवैध निर्माण को लेकर 24 घंटे का समय दिया था। समय सीमा खत्म होते ही अवैध निर्माण को तोड़ने का काम शुरू कर दिया। टीम ने कार्रवाई सुबह 10.30 बजे से 12.40 बजे तक की है।
कंगना ने इस कार्रवाई पर लगातार पांच ट्वीट किए। उन्होंने बीएमएसी की तुलना बाबर की सेना से कर डाली है। इसे उन्होंने एक इमारत (ऑफिस) नहीं, राम मंदिर कहा है। वहीं बीएमसी की कार्रवाई के खिलाफ कंगना के वकील ने हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की है। इस पर सुनवाई जारी है।
कंगना ने कहा कि मेरे आने से पहले ही महाराष्ट्र सरकार और उनके गुंडे मेरे ऑफिस के बाहर तोड़फोड़ कर रहे हैं। कंगना ने कार्रवाई पर पाकिस्तान का जिक्र कर इसे डेथ ऑफ डेमोक्रेसी कहा।
कंगना ने कहा, वे कभी गलत नहीं थी। उनके दुश्मनों ने एक बार फिर साबित कर किया है कि क्यों मुंबई पाक के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) है। कंगना का कहना है कि ने उनके घर में कोई अवैध निर्माण नहीं है। कोविड की वजह से सरकार ने वैसे भी 30 सितंबर तक किसी तरह की तोड़फोड़ पर रोक लगा रखी है। ‘बॉलीवुड’ अब देखो फासिज्म क्या होता है।
बीएमसी की टीम अभिनेत्री के दफ्तर के भीतर पहुंच। कंगना अभी तक मुंबई नहीं पहुंची हैं। मगर जो तस्वीरे सामने आईं हैं उसमें बड़ी संख्या में बीएमसी के कर्मचारी और पुलिकर्मी दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही बीएमसी की टीम दफ्तर पर जेसीबी चलाया है। इससे पहले बीएमसी (ब्रिहनमुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन) ने कंगना के पाली हिल के ऑफिस को लेकर नोटिस दिया था। उसमें कहा गया है कि निर्माण में करीब 8-10 उल्लंघन की बाते हैं। अगर 24 घंटे के अंदर उन्हें कंगना का जवाब नहीं मिलता है तो ऑफिस के उस हिस्से पर बुलडोजर चलेगा।
कंगना रनौत का यह दफ्तर (मणिकर्णिका फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड) ग्राउंड फ्लोर के साथ दो और फ्लोर तक बना हुआ है। जब बीएमसी ने निर्माण का ढांचा देखा तो पाया दफ्तर के निर्माण के दौरान कई उल्लंघन हुए। कई जगहों को गलत तरीके निर्माण किए गए।