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क्या ताशकंद में लालबहादुर शास्त्री के साथ थे नेताजी बोस?

ब्रिटिश विशेषज्ञों ने इस मामले से जुड़ी एक तस्वीर पेश की है जिसमें नेताजी से मिलते जुलते चेहरे का व्यक्ति शास्त्री के पीछे खड़ा है

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Shakti Singh

Dec 12, 2015

netaji bose

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कोलकाता। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के साथ ताशकंद गए भारतीय दल में शामिल एक व्यक्ति का चेहरा नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के चेहरे से बिल्कुल मिलता जुलता पाया गया है। ब्रिटिश विशेषज्ञों ने इस मामले से जुड़ी एक तस्वीर पेश की है जिसमें नेताजी से मिलते जुलते चेहरे का व्यक्ति शास्त्री के पीछे खड़ा है। नेताजी के विषय से जुड़े शोधकर्ताओं ने ब्रिटिश विशेषज्ञों द्वारा चेहरा पहचानने और इसका अनुमान लगाने वाली फेस मैपिंग का इस्तेमाल कर इस तस्वीर को सबूत के तौर पर पेश किया है।

ब्रिटिश विशेषज्ञों ने पीएम नरेन्द्र मोदी से अपील की है कि वे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से नेताजी से जुड़े सच का खुलासा करने का दबाव डाले। पीएम मोदी इसी महीने रूस के दौरे पर जाएंगे। इस मामले में ब्रिटेन की उच्च न्यायालयों औरर अंतराष्ट्रीय कोर्ट ऑफ जस्टिस में राय देने वाले नील मिलर का कहना है कि ताशकंद में शास्त्री के साथ दिखने वाले रहस्यमय व्यक्ति के फेस मैपिग से पुख्ता होता है कि बोस और यह व्यक्ति एक ही है।

शास्त्री के परिवारवालों ने भी दावा किया था कि ताशकंद दौरे के दौरान शायद उनकी बात नेताजी से हुई हो। फेस मैपिंग का नतीजा भी इस बात को पुख्ता करता है। शास्त्री के पोते संजयनाथ सिंह बताते हैं कि मृत घोषित किए जाने से एक घंटे पहले ही उन्होंने किसी से बात की थी। उन्होंने कहा था कि भारत जाकर वे ऐसी चीज का खुलासा करेंगे जिससे विपक्षी दल सब भूल जाएंगे। अगर यह तस्वीर सच में नेताजी की ही है तो इससे दो बातें साबित होती हैं, एक तो 1945 में नेताजी की मौत नहीं हुई थी और दूसरी स्टालिन के मरवाने की बात भी गलत साबित होती है।

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