यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट ने इस संबंध में रिपोर्ट जारी की है। इसके अनुसार इस ई-कचरे में पुराने टीवी, फोन, कंप्यूटर, ई-टॉय आदि शामिल हैं। चीन का मध्यम वर्ग सबसे ज्यादा ई-कचरा पैदा कर रहा है। वहां की जनसंख्या की तुलना में अधिक कचरा पैदा हो रहा है। इसमें टॉक्सिक की मात्रा बेहद ज्यादा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि दुनियाभर में एशिया में ई-कचरा पिछले पांच सालों में अधिक पैदा हुआ है। ईस्ट एशिया और साउथ ईस्ट एशिया के 12 देश कचरों का पहाड़ खड़ा कर रहे हैं। इनमें चीन सबसे आगे है।