
Quarantine भेजने का मकसद कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण करना है।
नई दिल्ली। उत्तराखंड सरकार ( Uttarakhand Government ) ने कोरोना वायरस ( coronavirus ) को लेकर सख्त निर्णय लिया है। अनलॉक-1 के बीच प्रदेश सरकार ने कोरोना कहर से बुरी तरह प्रभावित देश के 75 शहरों से उत्तराखंड आने वालों के लिए 21 दिन का क्वारनटाइन अनिवार्य कर दिया है। उत्तराखंड सरकार ने इन 75 शहरों को कोरोना वायरस के लिहाज से संवेदनशील माना है।
उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने मीडिया को बताया कि दिल्ली, मुंबई और लखनऊ जैसे 75 कोरोना संवेदनशील शहरों से आने वाले यात्रियों को अब 7 दिन सरकारी क्वारंटाइन और 14 दिन होम क्वारंटाइन पर अनिवार्य रूप से रहना होगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने कोविद-19 ( Covid-19 ) पर प्रभावी नियंत्रण के मकसद से यह कदम उठाया गया है।
सरकारी या पेड क्वारनटाइन का विकल्प मिलेगा
मुख्य सचिव ने बताया कि किसी भी तरह से प्रदेश में आने वाले लोगों के लिए ये व्यवस्था होगी। इस व्यवस्था के तहत उन्हें सरकारी या पेड क्वारंटाइन ( Government or Paid Quarantine ) का विकल्प मिलेगा। यानी कोई पैसे देकर होटल में भी 7 दिन रह सकता है। नहीं तो सरकार की ओर से बनाए गए मुफ्त क्वारंटाइन में रह सकता है। इस दौरान यदि कोई लक्षण नहीं मिलते तो फिर 14 दिन होम क्वारंटाइन में भेज दिया जाएगा।
10 दिन का इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन
मुख्य सचिव उत्पल कुमार के मुताबिक इन शहरों से आने वालों में से जिसके सैंपल लिए जाएंगे उसे 10 दिन तक इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन ( Institutional Quarantine ) में रखा जाएगा। अगर रिपोर्ट आ गई तो उसी के आधार पर घर या अस्पताल भेजा जाएगा। अगर रिपोर्ट 10 दिन तक नहीं आई और कोई लक्षण नहीं दिखे तो उनको 14 दिन होम क्वारंटाइन किया जाएगा।
रजिस्ट्रेशन सभी के लिए अनिवार्य
प्रदेश के मुख्य सचिव के अनुसार किसी भी राज्य से आने वाले को रजिस्ट्रेशन ( Registration Compulsory ) कराना अनिवार्य है। प्रदेश में भी एक जिले से दूसरे जिले में जाने वालों के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है, जबकि रेड जोन से जाने वालों को पास लेना होगा।
4000 लोगों निगरनी सूची में
प्रदेश में कोरोना संक्रमण ( Coronavirus infected ) के जितने केस पॉजिटिव आए हैं उनके संपर्क में आने वाले करीब चार हज़ार लोगों को चिन्हित किया गया है। उनके हाई और लो रिस्क के अनुसार उनकी निगरानी की जा रही है।
75 शहरों से आने वालों पर सख्त निगरानी
चेन्नई, हैदराबाद, तिरुवल्लुर, कोलकाता, इंदौर, चेंगलपट्टु, साउथ ईस्ट दिल्ली, मध्य दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली, पश्चिम दिल्ली, शाहदरा, पूर्वी दिल्ली, नई दिल्ली, उत्तर पश्चिम दिल्ली, अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, आनंद, बनासकांठा, पंचमहल, भावनग, गांधीनगर, अरावली, मुंबई, पुणे, ठाणे, नासिक, पालघर, नागपुर, सोलापुर, यवतमाल, औरंगाबाद, सतारा, धुले, अकोला, जलगांव, मुंबई उपनगर, आगरा, लखनऊ, सहारनपुर, कानपुर नगर, मुरादाबाद, फिरोजाबाद, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, मेरठ, रायबरेली, वाराणसी, बिजनौर, अमरोहा, संत कबीर नगर, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, रामपुर, मथुरा, बरेली, अजमेर, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, जयपुर, जालोर, जोधपुर, कोटा, नागौर, पाली, राजसमंद सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही और उदयपुर।
Updated on:
03 Jun 2020 09:15 am
Published on:
03 Jun 2020 09:05 am
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