नई दिल्लीPublished: Jun 30, 2021 09:51:11 am
विकास गुप्ता
- आइआइटी कानपुर ने विकसित की नई तकनीक ड्रोन के जीपीएस को हैक कर उसके सिग्नल को ब्लॉक किया जा सकेगा।
- क्रिप्टो करेंसी और ड्रोन का यह आतंकी मेल बहुत गंभीर खतरा है।
जयपुर । जम्मू में वायुसेना के एयरबेस पर हुए ड्रोन हमले ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा रखी है। इसमें आतंकियों ने जो तरीका इस्तेमाल किया है, उससे जम्मू से लेकर दिल्ली तक जबरदस्त हलचल है। एजेंसियों की चिंता दो वजह से ज्यादा बढ़ गई है। पहली वजह सस्ता व कहीं से भी खरीदा जा सकने वाला ड्रोन तो दूसरी डार्क वेब माध्यम से पैसे का लेनदेन। सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एक अधिकारी कहते हैं कि अब क्रिप्टो करेंसी बाजार में हैं। भले ही उनकी मान्यता नहीं है, पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकियों ने इसे अपना लिया है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर क्वाडकॉप्टर उपलब्ध हैं। कोई भी आतंकी बिना जान का खतरा लिए दो किमी दूर से बैठ अपने इरादे को अंजाम दे सकता है। क्वाडकॉप्टर कहीं भी चार से पांच किलो विस्फोटक गिरा सकता है। क्रिप्टो करेंसी और ड्रोन का यह आतंकी मेल बहुत गंभीर खतरा है।