दिल्ली-एनसीआर में चलने वाली मेट्रो को उसकी स्पीड और बेहतर फ्रीक्वेंसी के लिए जाना जाता है। यहां अमूमन 2 से 3 मिनट में एक मेट्रो प्लेटफॉर्म पर आ जाती है। किसी कारणवश देरी होने के चलते ही थोड़ा ज्यादा वक्त लगता है। मगर अब ये इंतजार बढ़ सकता है। क्योंकि कोरोना के चलते अब मेट्रो स्टेशनों पर ज्यादा देर रुकेगी। जिससे पैसेंजर्स को उतरने और चढ़ने के लिए पर्याप्त समय मिल सके। इसलिए अब हर प्लेटफॉर्म पर मेट्रो करीब 7 मिनट में पहुंचेगी।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने एवं यात्रियों को मेट्रो में चढ़ने-उतरने के दौरान दिक्कत न हो इसके लिए स्टेशनों पर अब मेट्रो 10-20 सेकेंड की बजाय 20-30 सेकेंड तक रुकेगी। वहीं इंटरचेंज स्टेशनों पर ये समय सीमा 1 मिनट तक हो जाएगी। इससे धक्का—मुक्की की आशंका नहीं रहेगी। यात्री आसानी से चढ़ व उतर पाएंगे। मेट्रो हर स्टेशन पर नहीं रुकेगी। खासतौर पर कंटेनमेंट जोन में इसके दरवाजे नहीं खुलेंगे।
कोरोना काल के चलते अब मेट्रो में टोकन सिस्टम नहीं रहेगा। अब पैसेंजर्स महज स्मार्ट कार्ड के जरिए ही सफर कर सकेंगे। इससे संक्रमण का खतरा नहीं रहेगा। कार्ड को रिचार्ज कराने के लिए भी काउंटर नहीं खुलेंगे। इसके लिए आपको डिजिटल प्लेटफॉर्म का सहारा लेना पड़ेगा। आप कैश देकर रिचार्ज नहीं करा सकते।
सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के पालन के लिए मेट्रो के अंदर यात्री एक सीट छोड़कर बैठ सकेंगे। इसके लिए स्टीकर भी लगाए गए हैं। एक कोच में अधिकतम 50 लोग ही बैठ पाएंगे। यानि पूरी मेट्रो में अब 300-350 यात्री ही सफर कर पाएंगे। पैसेंजर्स को आपस में एक मीटर की दूरी रखनी होगी।