
देशभर से रामलीला मैदान में जुटे कर्मचारी, केजरीवाल बोले- नई पेंशन स्कीम धोखा, बहाल हो पुरानी व्यवस्था
नई दिल्ली। कृषि ऋण माफी और फसलों के अच्छे दामों की मांग को लेकर राजधानी दिल्ली में मार्च कर रहे किसान संसद भवन की ओर कूच कर गए हैं। यहां किसान सरकार पर दबाव बनाने के लिए संसद भवन को घेरेंगे। फिलहाल किसान रामलीला मैदान से मार्च कर रहे हैं। वहीं, किसानों के मार्च को देखते हुए राजधानी में कई जगह ट्रैफिक रूट को भी बदला गया है। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले निकाल मार्च अब संसद मार्ग पहुंच गया है। वहीं, ट्रैफिक पुलिस की मानें तो रामलीला मैदान, जवाहरलाल नेहरू मार्ग, गुरुनानक चौक ,रणजीत सिंह फ्लाइओवर ,बाराखंबा चौक पर यातायात की स्थिति अब सामान्य हो गई है।
जानकारी मिली है कि मार्च में शामिल होंगे दिल्ली की सीएम अरविंद केजरीवाल भी शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि शाम चार बजे केजरीवाल किसानों के बीच पहुंचेंगे।
जनता से मांगा सहयोग
उधर, राजनीतिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने ट्वीट कर कहा कि आज सुबह बिजवासन से महिला किसानों ने हमें दुआ-सलाम किया। महिलाएं किसान मुक्ति मोर्चा में शामिल होने को पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप किसान नहीं हैं, तो भी हमारे साथ आईए। पूर्व आप नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि आज देश के अलग-अलग हिस्सों से 200 से अधिक संगठन एक साथ आ खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि अन्नदाता की कई मांगें हैं, जिनको तुरंत पूरा किए जाने की जरूरत है। किसानों का कहना है कि मोदी सरकार ने उनके लिए कुछ नहीं किया है।
देश भर से हजारों की तादाद में किसान कृषि ऋण माफ करने और फसलों के लिए उच्च दाम जैसी कई अन्य मांगों को लेकर राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में डटे हुए हैं। इन किसानों ने किसान निजामुद्दीन, सब्जी मंडी स्टेशन, आनंद विहार टर्मिनल और मजनू का टीला से भी मार्च निकाला। वहीं, किसान आज संसद तक मार्च करेंगे। किसानों की मांग है कि सरकार संसद का विशेष सत्र बुलाकर उनकी फसलों के उचित दाम की गारंटी देने का कानून बनाए और देशभर के किसानों का कर्ज एकमुश्त माफ करे। मार्च को लीड कर रहे नेता स्पष्ट कर चुके हैं कि वो हर हाल में संसद तक मार्च करके रहेंगे। हालांकि दिल्ली पुलिस किसानों को समझाने-बुझाने में जुटी है। पुलिस उन्हें किसी तरह रामलीला मैदान में ही रोके रखने का प्रयास कर रही है।
स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव बिजवासन से रामलीला मैदान की ओर 'चलो दिल्ली' रैली का नेतृत्व कर रहे हैं। इस रैली में ओडिशा, हरियाणा, राजस्थान के किसान भी शामिल हुए हैं। महाराष्ट्र के मिराज और बेंगलुरू से आ रही दो विशेष ट्रेनों में सवार किसान रात तक दिल्ली पहुंच सकते हैं। किसान रात आठ बजे रामलीला मैदान में एकजुट होंगे। मेधा पाटकर और दिग्गज पत्रकार पी. साईनाथ सहित सामाजिक कार्यकर्ताओं ने रैली को समर्थन दिया है और कहा कि देश में किसानों की हालत इस हद तक बदतर हो चुकी है, जैसी कि पहले कभी नहीं थी।
कई महिला किसान और दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र भी रैली में हिस्सा ले रहे हैं ताकि किसानों को राहत मुहैया कराने के लिए केंद्र पर दबाव डाला जा सके। स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के नेता और सांसद राजू शेट्टी ने 2017 में लोकसभा में दो निजी सदस्य विधेयक पेश किए थे ताकि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के आधार पर कृषि उत्पादों के लिए उचित दाम की गारंटी और ऋण माफ हो सके। शेट्टी एआईकेएससीसी का भी हिस्सा हैं। एआईकेएससीसी की मांग है कि विधेयक पर संसद में चर्चा हो और उसे पारित किया जाए।
Updated on:
30 Nov 2018 03:24 pm
Published on:
30 Nov 2018 08:05 am
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