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IIT Delhi ने किया नया इनोवेशन, मिनटों में खत्म करेगा 99 फीसदी वायरस, जानिए इस डिवाइस की खासियत

Highlights- कोरोना वायरस (Coronavirus Outbreak) से बचने के लिए सरकार (Government) ने कई मानक तय किए हैं- साफ सफाई का पूरा ध्यान रखना है, सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) आदि लेकिन इन सब में फिलहाल अगर आप बाहर निकलते हैं तो मास्क पहनना सबसे जरूरी काम है- कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचने के लिए पहला कदम है फेस मास्क (Face Mask) पहनकर ही बाहर निकलना

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नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus in India) महामारी का कहर लगातार तेजी से जारी है। यह संक्रमण (COVID- 19) के खतरे के चलते मास्क (Mask) की मांग तेजी से बढ़ रही है। कोरोना वायरस (Coronavirus Outbreak) से बचने के लिए सरकार (Government) ने कई मानक तय किए हैं। साफ सफाई का पूरा ध्यान रखना है, सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) आदि लेकिन इन सब में फिलहाल अगर आप बाहर निकलते हैं तो मास्क पहनना सबसे जरूरी काम है।

कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचने के लिए पहला कदम है फेस मास्क (Face Mask) पहनकर ही बाहर निकलना। डॉक्टर समय बार-बार मास्क को सैनिटाइज (Sanitize) व धोने होने की बात करते हैं। इसी क्रम में आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) ने एक ऐसी डिवाइस (Device) तैयार किया है जिसमें 10 मिनट में मास्क को दोबारा इस्तेमाल करने लायक बनाया जा सकता है। इस डिवाइस का नाम है Chakr DeCoV।

ICMR से मिल चुकी है मंजूरी

इसे आईआईटी के स्टार्टअप (Delhi IIT Start up) चक्र इनोवेशन (Innovation) ने तैयार किया है और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Research) (ICMR) से मंजूरी मिल चुकी है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह ओजोन आधारित डिवाइस है जिसकी मदद से मास्क (How To Wash Face Mask) को 10 गुना तक दोबारा इस्तेमाल करने लायक बनाया जा सकेगा।

ओजोन पर आधारित है डिवासइ

संस्थान के वाइस प्रेसिडेंट ((Vice President of the Institute) ) तुषार बाथम (Tushar Batham) के मुताबिक यह डिवाइस ओजोन (Device ozone) आधारित है। ओजोन एक ऑक्सीडाइजिंग एजेंट (Oxidizing agent) है जो वायरस के उस प्रोटीन को नष्ट करता है जो संक्रमण की वजह बनता है। मास्क को मशीन में रखा जाता है। इसके बाद वायरस का आएनए भी डैमेज हो जाता है और ओजोन के असर से वह संक्रमणमुक्त हो जाता है।

आईआईटी दिल्ली के डायरेक्टर प्रो. वी रामगोपाल राव (V. Ramgopal Rao) के मुताबिक "संस्थान कोविड-19 से जुड़ी दिक्कतों को तकनीक के जरिए सुलझाने में मदद कर रहा है। चाहें पीपीई किट उपलब्ध कराने की बात हो या चीजों के दोबारा इस्तेमाल और सुरक्षित डिस्पोजल का मामला हो, हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं।''

जानिए इस डिवाइस की खास बातें..

- इस डिवाइस एन-95 मास्क को दोबारा इस्तेमाल करने लायक बनाएगी।
- इसके साथ ही बायो-मेडिकल वेस्ट को घटाने का काम करेगी।
- शोधकर्ताओं का दावा है कि यह डिवाइस मास्क में मौजूद वायरस और बैक्टीरिया को 99.99 फीसदी तक खत्म करती है।
- ओजोन आधारित डिवाइस है जिसकी मदद से मास्क को 10 गुना तक दोबारा इस्तेमाल करने लायक बनाया जा सकेगा।