विदेशों में पहले से-
ब्रिटेन, फिनलैंड, फ्रांस, रूस, जर्मनी, लेबनान, यूएई और अमरीका में भी कोविड-19 का पता लगाने के लिए श्वानों को प्रशिक्षित किया गया है। विदेशों में पहले मलेरिया, मधुमेह का पता लगाने में इनका इस्तेमाल किया जाता था। भारत में पहली बार चिकित्सा संबंधी जानकारी के लिए श्वानों का इस्तेमाल हो रहा है।