इन सबका नाम लिया है राजीव सक्सेना नाम के सीए ने जो इस मामले की एक अहम कड़ी है। पिछले साल जनवरी में दुबई से उनका प्रत्यर्पण किया गया था। फिलहाल वह जमानत पर रिहा हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब तक उनकी 385 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है। पूछताछ में ही उसने इन नेताओं और परिजनों के नाम लिए हैं। 3 हजार करोड़ के इस सौदे में कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी का नाम आ चुका है। अहमद पटेल कोरोना संक्रमित है.
सक्सेना ने गौतम खेतान के साथ मिल सौदे पर काम किया था। दोनों को एक कंपनी के जरिए 1.24 करोड़ यूरो मिले। जिसका उपयोग विभिन्न अफसर और नेताओं को देने के लिए भी हुआ। सुशेन मोहन गुप्ता नाम का व्यक्ति भी शामिल था।
जानकारी छिपाने का आरोप ईडी ने राजीव सक्सेना को इकबालिया गवाह बनाया था। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट में उसका यह दर्जा खत्म करने के लिए आवेदन किया गया है। एजेंसी का कहना है कि वह मामले से जुड़ी सारी जानकारी नहीं दे रहा है। यह सौदा यूपीए- 2 सरकार में रद्द हुआ था। सक्सेना ने बताया है कि दलाली की रकम का फायदा उन लोगों को भी मिला जो राजनीतिक पदों पर थे व प्रभावित कर सकते थे। सक्सेना ने कमलनाथ के बेटे बकुल नाथ का नाम भी लिया है। उसे और सुशेन मोहन गुप्ता को प्रिस्टेन रिवर इनवेस्टमेंट नाम की कंपनी से धन मिला। कंपनी जॉन डोकेर्टी नाम का व्यक्ति बकुल के लिए चलाता था।
बेटे को नहीं पता कमलनाथ ने कहा बेटे को नहीं पता पूर्व सीएम कमलनाथ का कहना है कि भांजे रतुल पुरी की कंपनियों से मेरा कोई लेना देना नहीं है। मेरा बेटा बकुल दुबई में रहता है। उसे इस बारे में कुछ नहीं पता। ऐसा कोई कागजात या दस्तावेज सामने नहीं आया है, जिससे बकुल नाथ का इससे कनेक्शन साबित होता हो।