सीएमआईई की रिपोर्ट के मुताबिक मई माह में अप्रैल के मुकाबले जीएसटी कलेक्शन और निर्यात दोनों में बढ़ोतरी देखने को मिली। मालूम हो कि अप्रैल में निर्यात दर 10.4 अरब डॉलर थी, जो मई में बढ़कर 19 अरब डॉलर का हो गई। इसी तरह अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन 32,172 करोड़ था जो कि मई में बढ़कर 62,151 करोड़ के स्तर पर पहुंच गया। इससे रोजगार बढ़ने में मदद मिली। 14 जून को समाप्त सप्ताह के दौरान लेबर पार्टिशिपेशन रेट (एलपीआर) 40.4 फीसद के स्तर पर पहुंच गई।
रिपोर्ट के मुताबिक इस समय कुल रोजगार दर 35.7 है। देश में 14 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों के पास रोजगार ज्यादा है। साथ ही शहरी इलाकों के मुकाबले ग्रामीण जगह में रोजगार में रिकवरी अच्छी देखी गई। चूंकि एक जून से अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए काफी कोशिशें की गई थी, जिसका असर अब धीरे-धीरे देखने को मिल रहा है।
कोरोना महामारी के चलते 25 मार्च को लॉकडाउन के बाद से बेरोजगारी दर काफी बढ़ गई थी। शुरुआती एकसप्ताह में रोजगार की दर में 10 फीसद की गिरावट दर्ज की गई थी। जिसके चलते 29 मार्च को रोजगार की दर 29 फीसद थी जो 19 अप्रैल के समाप्त सप्ताह के दौरान 26.1 फीसद हो गई थी।