कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देने के लिए सरकार के तीन मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें किसानों को भेजे गए प्रस्ताव के बारे में पूछा गया तो सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जब एक अंतिम दौर की बातचीत हो रही हो, तो यह वर्क-इन-प्रोग्रेस माना जाता है। इसकी रनिंग कमेंट्री नहीं हो सकती। किसानों के मुद्दों पर सरकार संवेदनशील है। सरकार ने किसानों से 6 बार चर्चा की है। उम्मीद है अब आखिरी दौर होगा।
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने भारत में लोकतंत्र को लेकर विवादित बयान दिया है। कांत ने कहा कि भारत में लोकतंत्र कुछ ज्यादा ही है। उन्होंने कहा कि भारत में कड़े सुधार को लागू करना बहुत मुश्किल है।