
Farmers protest open letter apologies to common man
नई दिल्ली। दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर पिछले कई दिनों से किसान धरने पर बैठे हुए हैं। लगातार धरने के बीच पहले भारत बंद बुलाया गया, उसके बाद आज किसानों ने एक दिन का भूख हड़ताल भी रखा। इनसब के बीच किसानों ने आंदोलन की वजह से आम जनों को हो रही तकलीफ़ के लिए माफी मांगी है। किसान संगठनों ने बकायदा एक माफीनामा जारी किया है, जिसमें उन्होंने माफी मांगते हुए आम लोगों से अपनी बात रखी है।
हम किसान हैं
अपने माफीनामें में किसानों ने लिखा कि, “हम किसान हैं, लोग हमें अन्नदाता कहते हैं। हमारे देश के मुखिया हमारे लिए तीन कानूनों का तोहफा दिया है लेकिन हमें ये तोहफ़ा नहीं चाहिए। हमें सौगात ही देनी है, तो फसल का उचित मूल्य देने की कानूनी गारंटी दें।
हमारा जनता को तकलीफ नहीं देना चाहते हैं हम सड़कों पर मजबूरी में बैठे हैं, फिर भी हमारे इस आंदोलन से जिन्हें तकलीफ हो रही है, हम उनसे हाथ जोड़कर माफी मांगते हैं।”
इसमें किसानों ने आगे लिखा है कि हम किसी भी हालत में बीमार या बुजुर्ग को दिक्कत नहीं होने देगें। कहीं भी एंबुलेंस रुकी हो या और कोई इमरजेंसी हो तो आप हमारे वॉलिंटियर्स से संपर्क करें। आप की मदद फौरन की जाएगी। किसानों ने आगे लिखा है कि ‘हम किसान हैं, हमें दान नहीं दाम चाहिए’
18 दिनों से दे रहे धरना
बता दें नए कृषि कानूनों के विरोध में कई राज्यों के किसान पिछले 18 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर धरना दे रहे हैं। आज यानी सोमवार को किसानों ने अपने आंदोलन को मजबूत बनाने के लिए एक दिन का उपवास भी रखा था। किसान आंदोलन में भूख हड़ताल पर बैठे किसानों ने अपना उपवास शाम 5 बजे तोड़ा था। उन्होंने नए कृषि कानूनों के खिलाफ आज सुबह 8 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक भूख हड़ताल रखा था।
Published on:
14 Dec 2020 08:24 pm
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