औरैया सड़क हादसा उत्तर प्रदेश के औरैया सड़क हादसे में 23 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि मजदूरों से भरी डीसीएम बस में एक ट्रक ने टक्कर मार दी। इस हादसे में 23 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई है, जबकि 20 से ज्यादा मजदूर घायल हो गए हैं। स्थानीय प्रसासन का कहना है कि इनमें ज्यादातर मजदूर बिहार, बंगार, झारखंड के रहने वाले हैं। सभी घायलों को जिला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं, गंभीर रूप से घायलों को कानपुर के हैलट हॉस्पिटल रेफर किया गया है। फिलहाल, इस घटना की लेकर छानबीन जारी है।
गुना में सड़क हादसा लॉकडाउन के कारण हर राज्य में प्रवासी मजदूर पैदल अपने घरों के लिए निकल रहे हैं। लिहाजा, इन दिनों सड़क हादसों की घटनाएं काफी बढ़ गई है। मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh ) के गुना में एक ट्रक की दो अन्य वाहनों से जोरदार टक्कर हुई। इस दर्दनाक हादसे में तीन प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 14 लोग बुरी तरह जख्मी हुए। बताया जा रहा है कि सभी मजदूर महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश अपने गृह राज्य जा रहे थे।
मुजफ्फरनगर में छह मजदूरों की मौत इससे पहले मुजफ्फरनगर में बुधवार को भीषण सड़क हादसे में छह मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई थी। पुलिस का कहना था कि नशे में धुत रोडवेज बस के ड्राइवर सड़क किनारे चल रहे मजदूरों को कुचल दिया था। इस हादसे में छह मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। ये सभी प्रवासी मजदूर बिहार के रहने वाले थे और लॉकडाउन के कारण पैदल ही अपने गांव जा रहे थे।
औरंगाबाद में 16 मजदरों की मौत महाराष्ट्र ( Maharashtra ) में भी लॉकडाउन के दौरान घर आ रहे प्रवासी मजदूरों को ट्रेन ने कुचल दिया था। इस हादसे में 16 प्रवासियों की मौत हो गई थी। राज्य के औरंगाबाद में -जालना रेलवे लाइन पर पटरी पर सो रहे मजदूरों को मागाड़ी ने कुचल दिया था। इस हादसे में 16 मजदूरों की मौत हो गई थी। मरने वालों मेॆं बच्चे भी शामिल थे। कई घायल भी हुए थे। ये सभी मजदूर मध्य प्रदेश के रहने वाले थे और लॉकडाउन के कारण अपने घर जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े थे। लेकिन, रास्ते में पटरी पर रुककर आराम करने लगे और ट्रेन ने उन्हें कुचल दिया।
आंध्र प्रदेश में 9 मजदूरों की मौत आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में दर्दनाक हादसे में 9 मजदूरों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि एक ट्रैक्टर में 30 मजदूर सवार होकर जा रहे थे। लेकिन, अचानक कुछ मजदूर हाई टेंशन पोल की चपेट में आ गए। इस दर्दनाक हादसे में नौ मजदूरों की मौत हो गई। जबकि, कई मजदूर घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज चल रहा है। इन सबके अलाव हर दिन कहीं न कहीं सड़क हादसे में प्रवासी मजदूरों की जान जा रही है। लेकिन, सवाल ये है कि इन मौतों का जिम्मेदार कौन है?