एयरपोर्ट पर पहुंचने पर यात्रियों का आरटी-पीसीआर परीक्षण किया जाएगा। अगर किया यात्री में संक्रमण नहीं होने की पुष्टि होती है तो वे इस रिपोर्ट के आधार पर इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में छूट की मांग कर सकते हैं। मगर आवेदक को ये रिपोर्ट परीक्षण के 96 घंटे के भीतर सौंपनी होगी।
यात्रियों को विमान में प्रवेश तभी मिलेगा जब उनके मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप हो। इसलिए विमानन संबंधित एजेंसियों की ओर से यात्रियों को टिकट के साथ ही नियमों की जानकारी उपलब्ध करानी होगी। उन्हें ऐप को डाउनलोड करने की सलाह देनी होगी। साथ ही उनकी सुरक्षा के लिए मास्क, सैनिटाइजर एवं शील्ड समेत एवं अन्य जरूरी चीजें उपलब्ध करानी होंगी।
सरकार की ओर से विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए चलाया जा रहा वंदे भारत मिशन का इन दिनों पांचवा चरण चल रहा है। 1 अगस्त से शुरू हुए इस मुहिम के तहत 23 देशों से भारतीयों को लाने के लिए 692 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें तय की गई हैं। इसमें खाड़ी देश, कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, मलेशिया, फिलीपीन्स, सिंगापुर, बांग्लादेश, म्यामार, चीन, इजराइल, यूक्रेन और किर्गिस्तान जैसे देशों के लिए इंटरनेशल फ्लाइट्स चलाई जाएंगी। इस अभियान (Vande Bharat Mission) के तहत अभी तक करीब 8.78 लाख से अधिक भारतीय स्वदेश लौट चुके हैं।