
एसी चलाने से बढ़ सकता है कोरोना का खतरा
नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस ( Coroanvirus in india ) का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। देश में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 11 हजार के पार पहुंच चुकी है। जबकि इस घातक वायरस के चलते अब तक 350 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। यही वजह है कि पीएम मोदी ( PM Modi ) ने देश में लॉकडाउन-2 ( Lockdown-2.0 ) आज से लागू कर दिया है। अब 3 मई तक चलने वाले लॉकडाउन को लेकर गृह मंत्रालय ( Home Ministry ) की ओर से अहम गाइडलाइन भी जारी की गई है, जिसमें किन क्षेत्रों को छूट मिली है और किन पर पाबंदी जारी है इसकी जानकारी है।
इस बीच मौसम ने भी करवट ली है और देश के कई इलाकों में पारा 40 डिग्री के आस-पास पहुंच गया है। तापमान बढ़ने के साथ ही एयर कंडिशनर चलाने की जरूरत भी बढ़ गई है, लेकिन कई लोगों के मन में सवाल है कि क्या एसी चलाने से कोरोना का खतरा बढ़ता है। आईए जानते हैं इस सवाल का जवाब।
दुनियाभर में कोहराम मचा चुके कोरोना वयारस को लेकर कई शोध ये कह चुके हैं कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी वैसे-वैसे कोरोना वायरस के विस्तार में कमी आएगी। यही वजह है कि गर्मियों को एसी चलाने को लेकर लोगों के मन में कई सवाल है। क्या एसी चलाने से कोरोना खतरा बढ़ जाएगा, इसको लेकर दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टिट्यू ऑप मेडिकल साइंस ( AIIMS ) के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कुछ स्थितियों में खतरा बढ़ सकता है।
क्रॉस वेंटिलेशन के वक्त खतरा
डॉ. गुलेरिया के मुताबिक एसी चलाने पर खतरा तब बढ़ सकता है जब क्रॉस वेंटिलेशन हो। अगर आपके घर में विंडो एसी लगा है तो आपके कमरे की हवा उस कमरे तक ही रहेगी। इसलिए विंडो एसी या कार में एसी चलाने से कोई दिक्कत नहीं है।
सेंट्रल एसी से संक्रमण का खतरा
डॉ. गुलेरिया के मुताबिक ऑफिस जैसी जगहों पर चलने वाले सेंट्रल एसी के चलने से संक्रमण बढ़ने का खतरा तेजी से बढ़ सकता है।
दरअसल सेंट्रल एसी से हवा सारे कमरों में जाती है और अगर किसी दूसरे कमरे में या ऑफिस के किसी और हिस्से में कोई व्यक्ति खांस रहा है और उसको इंफेक्शन है तो वो एसी की हवा से एक कमरे से दूसरे कमरे में भी फैल सकता है।
डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि अगर विंडो एसी है और वो घर के एक कमरे में लगा है तो एसी चलाने में डरने की कोई बात नहीं है।
Published on:
15 Apr 2020 11:45 am
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