उन्होंने बताया कि साल 2024 तक भारतीय रेलवे 100 फीसदी बिजली से चलने वाला रेल नेटवर्क होगा। इसी के साथ इंडियन रेलवे दुनिया का पहला और इकलौता ऐसा इतना बड़ा रेल नेटवर्क होगा जो पूरी तरह बिजली से संचालित होगा। वर्तमान में 55 फीसदी रेल का नेटवर्क बिजली से चलता है। आने वाले 3.5 सालों में 100 फीसदी ट्रेनें बिजली से दौड़ने लगेंगी। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से रेलवे के 100 फीसदी विद्युतीकरण की योजना को मंजूरी दिए जाने के बात से योजाना को पंख मिल गए हैं। अब इस पर ज्यादा तेजी से काम हो रहा है।
इलेक्ट्रीफाइड रेल नेटवर्क बनाने के तहत 120,000 किलोमीटर के ट्रैक पर काम होगा। रेलवे ने अभी तक 40,000 से ज्यादा रूट किलोमीटर (आरकेएम) का विद्युतीकरण पूरा कर लिया है। बताया जाता है कि ये ब्रॉड गेज मार्गों का करीब 63 प्रतिशत है। मालूम हो कि इससे पहले पीएम मोदी ने ‘वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड’ को बढ़ावा दिया था। जिसके तहत रेलवे को दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन रेलवे बनाने की कोशिश हो रही है। इसके लिए रेलवे साल 2030 तक अपने कार्बन उत्सर्जन को जीरो करने और नेटवर्क को पूरी तरह हरित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। रेलवे विद्युतीकरण के क्षेत्र में और सोलर प्लांट से बिजली प्राप्त करने के क्षेत्र में काम कर रहा है।