फखरीजादेह की शुक्रवार को तेहरान में बंदूकधारियों ने घात लगा कर हत्या कर दी थी। ईरान ने इसके लिए इजरायल पर आरोप लगाया है। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत माजिद तक्त रावान्ची ने इसके लिए अमरीका तथा इजरायल को चेतावनी दी है।
इस बीच, अमरीका ने इराक और अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी के लिए विमानवाहक युद्धपोत यूएसएस निमित्ज और अन्य युद्धपोतों को फारस की खाड़ी में भेजा है। हालांकि, अमरीकी रक्षा अधिकारी के अनुसार, यह कदम वैज्ञानिक की हत्या से पहले का है, लेकिन फिर भी ईरान के लिए संदेश का काम करेगा।
ईरानी ‘परमाणु कार्यक्रम के जनक’ पश्चिम ईरान में एक गुप्त परमाणु बम कार्यक्रम के जनक कहे जाने वाले मोहसिन फखरीजादेह रक्षा मंत्रालय के अनुसंधान और नवाचार संगठन के प्रमुख थे। गत शुक्रवार को उनकी कार को तेहरान के करीब एब्सर्ड में मशीन गन और विस्फोट का निशाना बनाया गया, उनके साथ 3-4 लोग और मारे गए थे। अभी तक हमलावरों का कोई सुराग नहीं लग पाया है।
बाइडन के लिए बढ़ सकती है मुश्किल
2015 के परमाणु समझौते से कदम वापस खींच लेने और ईरान पर कई प्रतिबंध लगाने के बाद अमरीका से ईरान के रिश्ते बिगड़े हैं। ओबामा के लिए ईरान के सलाहकार रह चुके रॉबर्ट मेले ने कहा है कि वैज्ञानिक की हत्या नवनिर्वाचित अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन के 2015 के ईरान परमाणु समझौते को फिर जिंदा करने के प्रयास को ‘कठिन’ कर सकती है। यह ईरान के परमाणु कार्यक्रम की गति को धीमा भी कर सकती है।
धीमा नहीं पड़ेगा परमाणु कार्यक्रम: हसन रूहानी ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि इस हत्या से परमाणु कार्यक्रम की रफ्तार धीमी नहीं पड़ेगी। उधर, इजरायल व वाइट हाउस की ओर से हत्या पर कोई टिह्रश्वपणी नहीं आई है।