ईओएस-01 की खासियत की बात करें तो ये अर्थ ऑब्जरवेशन रिसेट सैटेलाइट का ही एक एडवांस्ड सीरीज है। इसमें सिंथेटिक अपर्चर रडार (एसएआर) लगा है, जो किसी भी समय और किसी भी मौसम में पृथ्वी पर नजर रख सकता है।
इसके अलावा इस सैटेलाइट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इससे बादलों के बीच भी पृथ्वी को देखा जा सकता है और स्पष्ट तस्वीर खींची जा सकती है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र के मुताबिक ईओएस-01 से कृषि, वानिकी और आपदा प्रबंधन के कार्यो में मदद मिलेगी। यानी इन क्षेत्रों के लिए ये काफी फायदेमंद साबित होगा। ये विदेशी उपग्रह हैं शामिल
ईओएस-01 के साथ जो अन्य विदेश उपग्रह प्रक्षेपित किए जाएंगे उन नौ विदेशी उपग्रहों में लिथुआनिया (1-प्रौद्योगिकी डेमन्स्ट्रेटर), लक्समबर्ग (क्लेओस स्पेस द्वारा 4 मैरीटाइम एप्लीकेशन सैटेलाइट) और यूएस (4-लेमुर मल्टी मिशन रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट) शामिल हैं।