
खर्च की मार,कैसे खेलेगा इंडिया
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में सोमवार को अलगाववादियों ने बंद बुलाया था। इस बंद की वजह से घाटी का जनजीवन काफी प्रभावित रहा। बता दें कि सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासीन मलिक की अगुवाई में अलगाववादी संगठन ज्वाइंट रेजिस्टेंट लीडरशिप (जेआरएल) ने शनिवार को कुलगाम जिले के चौगाम में पांच आतंकवादियों और एक नागरिक के मारे जाने के विरोध में बंद का बुलाया था।
वहीं, बंद की वजह से श्रीनगर और घाटी के जिला मुख्यालयों में सार्वजनिक परिवहन, अन्य व्यापारिक व शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। इसके अलावा अन्य जगहों पर सार्वजनिक परिवहन की ना मिलने की वजह से पोस्ट ऑफिस और बैंकों की सेवा भी प्रभावित हुई।
सभी विश्वविद्यालयों में सोमवार को होने वाली परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया। घाटी और जम्मू क्षेत्र के बनिहाल तक के लिए रेल सेवा को भी स्थगित कर दिया गया है। वहीं, श्रीनगर और घाटी में अन्य संवेदनशील जगहों पर पुलिस व केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को भारी संख्या में तैनात किया गया है।
सोमवारा को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में एक सुरक्षाकर्मी के शहीद हो गया। सुरक्षाकर्मी मुख्तार अहमद को आतंकियों ने उसके घर में घूस कर निशाना बनाया है। वहीं, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि आतंकियों ने मुख्तार को निशाना क्यों बनाया। बता दें कि सोमवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी जम्मू-कश्मीर को दौरे पर हैं।
बता दें कि घाटी में सेना का सर्च ऑपरेशन लगातार जा रही है। सेना घाटी में चुन-चुन कर आतंकवादियों को मार रही है। इससे पहले 15 सितंबर को कुलगाम के चौगम में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ह हुई थी। इस दौरान पांच आतंकियों को सेना ढेर कर दिया था। मरने वाले आतंकियों में हिजबुल का शीर्ष कमांडर गुलजार अहमद पददर, फैजाल रादर, जहिद अहमद मीर, मसरूर भट्ट और जहरूर उर्फ अब्दुल रहमान शामिल है। वहीं, मुठभेड़ की वजह से बारामुल्ला-काजीगुंड के बीच ट्रेन सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था।
Published on:
17 Sept 2018 03:57 pm
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