जानकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने हालात की समीक्षा करते हुए नजरबंद तीन नेताओं को रिहा करने का फैसला किया है। जिन नेताओं को रिहा किया जाएगा, उनमें यावर मीर, नूर मोहम्मद और शोएब लोन शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इन नेताओं को बॉंड भरने के बाद रिहा किया जाएगा। शर्त के अनुसार रिहा होने के बाद ये तीनों नेता ऐसा कोई काम नहीं करेंगे, जिससे राज्य में शांति भंग हो।
बताया जा रहा है कि यावर मीर रफियाबाद विधानसभा सीट से पीडीपी के पूर्व विधायक हैं। शोएब लोन ने उत्तरी कश्मीर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और असफल रहे थे। वहीं, बाद में उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्हें पीपुल्स कांफ्रेंस के प्रमुख सज्जाद लोन का करीबी माना जाता था। वहीं नूर मोहम्मद नेकां कार्यकर्ता हैं। राज्यपाल प्रशासन ने इससे पहले 21 सितंबर को स्वास्थ्य के आधार पर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के इमरान अंसारी और सैयद अखून को रिहा कर दिया था।
बता दें कि केंद्र सरकार के 5 अगस्त के फैसले के बाद राजनेताओं, अलगाववादियों, कार्यकर्ताओं और वकीलों सहित एक हजार से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया था। बंदियों में तीन पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं। ये तीन दिग्गज नेताओं ने शर्त के आधार पर बाहर आने से इनकार कर दिया है।