Special Trains For Migrant Laborers : जरूरतमंदों को घर पहुंचाने के लिए रेलवे ने चलाई स्पेशल ट्रेनें, राज्य सरकारों पर रहेगी जिम्मेदारी 17 मई तक लॉकडाउन बढ़ाए जाने पर रेलवे ने बाकी सभी पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेन सर्विस की बंद
नई दिल्ली। दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों (Migrant Laborers) की घर वापसी के लिए रेलवे ने स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं। लॉकडाउन (Lockdown) के बीच पहली ट्रेन तेलंगाना से झारखंड के लिए चलाई गई। इसी तरह अब अन्य राज्यों में भी जल्द ही स्पेशल ट्रेनें (Special Trains) चलाई जाएंगी। हालांकि इन ट्रेनों में सफर के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना पड़ेगा। जैसे-बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रियों को ट्रेन में एंट्री नहीं दी जाएगी।
किराए का झंझट खत्म
रेलवे के मुताबिक स्लीपर क्लास सुपरफास्ट का किराया 30 रुपये होगा। साथ ही भोजन और पानी के लिए प्रति यात्री 20 रुपये शुल्क होगा। मजदूरों को किराए के लिए घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि उनके ये सभी खर्च राज्य सरकारें उठाएंगी।
रजिस्ट्रेशन है जरूरी
रेलवे के नियम के मुताबिक इन स्पेशल ट्रेनों में यात्रा करने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। राज्य सरकार की ओर पंजीकृत और अनुमति प्राप्त लोगों को ही ट्रेन में चढ़ने दिया जाएगा। इसलिए किसी भी स्थिति में ट्रेनों के बारे में जानकारी लेने के लिए रेलवे स्टेशन न जाए। रेलवे किसी भी व्यक्ति या लोगों के समूह को टिकट जारी नहीं करेगा।
चुनिंदा जगह पर रुकेगी ट्रेन
मजदूरों और अन्य जरूरतमंदों को घर वापस लाने के लिए चलाई गई ये स्पेशल ट्रेनें सारे स्टेशनों पर नहीं रुकेंगी। इनके कुछ हाल्ट तय है, इन्हीं पर महज ट्रेन रुकेगी। इसलिए यात्रियों को खाना-पानी की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्हें ये सभी सुविधाएं रेलवे की ओर से दी जाएगी।
17 मई तक रद्द हुई ट्रेनें
लॉकडाउन की अविध को 17 मई तक बढ़ाए जाने के बाद रेलवे ने सभी पैसेजर ट्रेनों को रद्द कर दिया है। लॉकडाउन 3.0 में महज दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर, तीर्थयात्री, पर्यटक और छात्रों के के लिए स्पेशल ट्रेनें चलेंगी। इसके अतिरिक्त माल ढुलाई और पार्सल ट्रेन का संचालन पहले की तरह जारी रहेगा।