
नई दिल्ली। कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान कई जगहों पर डॉक्टर और नर्स भी संक्रमित हो रहे हैं। यहां तक की कई डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की मौत तक हो गई है। ऐसे में सावधानी बरतने की बेहद आवश्यकता है। अस्पताल प्रबंधन को इसका खास ध्यान देने की जरूरत है। कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल मुंबई के सीईओ एवं एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. संतोष शेट्टी ने पत्रिका कीनोट सलोन में कहा कि यह पूरी जिम्मेदारी हॉस्पिटल मैनेजमेंट को रखनी है। अगर डॉक्टर और नर्स क्वारंटाइन हो जाएंगे तो परेशानी बढ़ जाएगी।
देश में डॉक्टर पहले से हैं कम
लिहाजा N-95 मास्क, गाउन, शू कवर समेत जरूरी चीजों को डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ अपनाए। इसके बावजूद हेल्थकेयर वर्क्स या डॉक्टर संक्रमित हो गए हैं उन्हें तत्काल रूप से क्वारंटाइन कर इलाज शुरू करें। देश में डॉक्टरों की बेहद कमी है। ऐसे में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को सुरक्षित रखना प्राथमिकता है। गौरतलब है कि भारत में डॉक्टरों और हेल्थ वर्कर्स की पहले से ही कमी चली आ रही है। अन्य देशों के मुकाबले भारत में डॉक्टर की संख्या कम है।
अस्पतालों में आने वाले मरीजों की स्क्रीनिंग जरूरी
डॉ. संतोष शेट्टी ने पत्रिका कीनोट सलोन में सवालों के जवाब देते हुए कहा कि अस्पताल में जो भी मरीज आ रहे हैं उसकी स्क्रीनिंग बेहद जरूरी है। स्कीनिंग के दौरान यह साफ हो जाता है कि मरीज कोविड संक्रमित हैं या नहीं। संक्रमित होने पर तत्काल कोविड अस्पताल में उसे रेफर करें। वहीं दूसरी ओर नॉन कोविड मरीजों का इलाज अस्पताल में शुरू करना चाहिए।
Published on:
26 Apr 2020 03:11 pm
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