इन 710 फाइलों से मिली जानकारी के आधार पर आरोप है कि दस साल तक सोनिया गांधी के दखल से सरकार चली। काम सोनिया गांधी करती रहीं और गलतियों का ठीकरा मनमोहन सिंह पर फूटता रहा। एक अंग्रेजी अखबार ने इस बाबत खबर छापी। इसके अनुसार, यूपीए सरकार के दौरान सोनिया गांधी कोयला, ऊर्जा, डिसइन्वेस्टमेंट, रियल एस्टेट, गवर्नेंस, सोशल और इंडस्ट्रियल सेक्टर के लिए बनने वाली सरकारी पॉलिसी में दखल देती थीं। ज्ञात हो कि साल 2004 से लेकर 2014 तक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एनएसी की अध्यक्ष थीं।