गोबर से बने वैदिक पेंट को खादी एंड विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन के माध्यम से हम जल्द ही लॅान्च करने वाले हैं। इससे पशुधन रखने वाले किसानों को साल में 55 हज़ार रूपए की अतिरिक्त आमदनी होगी।
बता दें कि नितिन गडकरी एमएसएमई मंत्री भी हैं। जब से उन्होंने इसका कार्यभार संभाला है तभी से ग्रामीण क्षेत्रों में एमएसएमई को बढ़ावा देने की योजना पर काम कर रहे हैं। यही कारण है कि उन्होंने गाय के गोबर को वैदिक पेंट में तब्दील कर कारोबार का हिस्सा बनाने का निर्णय लिया है। उनका कहना है कि गाय का पालन देश के कोने-कोने में होता है। गोबर प्रचुरा मात्रा में हमारे पास उपलब्ध है। वर्तमान यह बेकार चला जाता है, जिसे उपयोग में लाकर इसे कारोबार का हिस्सा बनाया जा सकता है।