हालांकि अभी भी देश में कोरोना संक्रमण के मामले कम नहीं हुए हैं, लेकिन सरकार ने कई चीजों में ढील दे दी हैं। इसी क्रम में माता वैष्णो देवी (shri mata vaishno devi) के दर्शन शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। एक हिंदी वेबसाइट में छपी खबर के मुताबिक श्राइन बोर्ड (shrine board) ने एसओपी तैयार कर ली है। जिसके अनुसार यहां हर दिन 5 से 7000 लोगों को दर्शन करने की अनुमति होगी, वहीं दर्शन के लिए कटरा (vaishno devi yatra will begin) आने से पहले ही आपको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (Online registration) करवाना होगा।
बता दें कि इससे पहले श्रद्धालु कटरा पहुंचने के बाद ही रजिस्ट्रेशन ( Online registration For vaishno devi ) करवाते थे। पर करोना वायरस महामारी के चलते अब घर से ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
लॉकडाउन के बाद से ही यहां श्रद्धालुओं के लिए दर्शन पर पाबंदी है। लेकिन मंदिर के पुजारी यहां रोज शाम पूजा कर रहे हैं। मंदिर में सुबह 6 बजे तो शाम में 7 बजे पूजा होती है। मंदिर कब से खुलेगा हालांकि इसे लेकर अभी कोई डेट फिक्स नहीं की गई है। लेकिन स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए एसओपी लगभग तैयार हो चुकी है।
रखना होगा इन बातों का ध्यान – दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों की कटरा ट्रेक एंट्री प्वाइंट और भवन के पास स्क्रीनिंग होगी।
– मास्क पहनना जरूरी होगा।
– जगह-जगह सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी।
– सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए यात्रियों को छोटे-छोटे समूहों में बांटा जाएगा और कुछ अंतराल के बाद ही आगे बढ़ाया जाएगा।
– मंदिर में पंडित सीधे भक्तों को टीका नहीं लगा पाएंगे, इसके अलावा कैसे टीका लगाया जाए इस पर भी विचार किया जा रहा है।
– तीन साल से छोटे बच्चे और 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को दर्शन के लिए नहीं आने की सलाह दी जाएगी।
गौरतलब है कि सामान्य दिनों में जहां वैष्णों देवी के मंदिर में रोजाना 35 हजार से ज्यादा लोग एक दिन में दर्शन के लिए आते थे तो वहीं अब 5 से 7 हजार लोगों को ही दर्शन करने की अनुमति दी जा सकती है। बता दें कि 18 मार्च से ही वैष्णो देवी की यात्रा बंद है। तब से लेकर अब तक एक करोड़ रुपए ऑनलाइन माध्यम से एकत्रित हुए हैं। जबकि पहले इस सीजन में एक दिन 50 से 60 लाख रुपए प्रतिदिन दान के रूप में आता था।