भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हमारा विरोध पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगा। अगर हमारे द्वारा बुलाए गए भारत बंद में कोई 2-3 घंटे के लिए फंस जाता है, तो हम उन्हें पानी और फल प्रदान किया जाएगा। उनकी सोच बाकी संगठनों के मुकाबले पूरी तरह से अलग है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस किसान विरोधी कानून को वापस लेना होगा। देश का प्रत्येक किसान एकजुट है। जबतक यह कानून वापस नहीं लिया जाएगा तबतक किसान सड़कों पर इसी तरह से बैठा रहेगा।