इस महामारी के तेजी से फैलने का एकमात्र यही कारण है कि इसे लेकर अभी तक कोई दवा व वैक्सीन (Coronavirus vaccine in India) का ईजाद नहीं हो पाया है। इस बीच पटना एम्स (Patna AIIMS) में पहली बार इस महामारी से जीतने के लिए वैक्सीन COVAXIN तैयार करने की कवायद शुरू कर दी है। देश में सबसे पहले पटना एम्स (Patna AIIMS) में कोरोना वैक्सीन (Coronavirus vaccine) का इंसानों पर ट्रायल (Trial on humans) किया है। एम्स में बनी एक्सपर्ट की टीम (AIIMS Expert team) ने 30 साल के युवक पर इस वैक्सीन का ट्रायल (Coronavirus vaccine Trial) किया और हॉफ एमएल डोज दिया गया।
आज 6 लोगों पर होगा ट्रायल भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Research) के साथ मिलकर यह ट्रायल किया। शुक्रवार को छह लोगों पर इसका ट्रायल (Corona Vaccine Human Trial) होगा, इसके लिए 18 लोगों का टेस्ट हो चुका है। अभी तक कोरोना वैक्सीन का ऐसा ट्रायल देश के किसी भी संस्थान में नहीं हुआ है।
4 घंटे तक युवक को रखा गया ऑब्जर्वेशन में जानकारी के मुताबिक वैक्सीन देने के बाद करीब 4 घंटे तक उसे ऑब्जर्वेशन में रखा गया, फिर घर भेज दिया गया। सात दिन के बाद फिर इसी शख्स को बुलाया गया है।
पहली बार में 8 लोगों को दिया गया डोज डॉक्टर के मुताबिक 14 दिन के बाद फिर इन्हें सेकंड डोज दिया जाएगा। देश में अभी तक ऐसा ट्रायल किसी भी संस्थान में नहीं हुआ है। पटना एम्स के निदेशक प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि अब तक 18 लोगों का टेस्ट किया गया था जिनमें से 8 लोगों को डोज दिया जा चुका है। अभी और लोग आने बाकी हैं जिन्हें ये डोज दिया जाएगा।
12 संस्थानों मे होगा ट्रायल पटना एम्स के डॉक्टर के मुताबिक कोरोना वैक्सीन हैदराबाद कि भारत बायोटेक कंपनी और आईसीएमआर ने बनाई है। उन्होंने बताया कि इस वैक्सीन का पटना एम्स समेत देश के 12 और संस्थानों में ट्रायल होना है। इसकी शुरुआत पहले पटना एम्स से हुई है। देश में पहली बार किसी वैक्सीन का इंसानों में ट्रायल हो रहा है।