वहीं पीएम की राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात को किसान प्रदर्शन को खत्म करने के लिए भी हम माना जा रहा है। बता दें पिछले कई हफ्तों से किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार उन्हें मनाने की कोशिश कर रही है। आज के दिन ही केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच छठे दौर की वार्ता हुई, जिसके बाद एक बार फिर से 4 जनवरी को बातचीत होगी। इस बैठक में सरकार ने किसानों से कमेटी बनाने का प्रस्ताव दिया है।
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार बातचीत के जरिए मामले को सुलझाना चाहती है तो यह अच्छी बात है। किसान तो बातचीत के लिए तैयार हैं। किसान बातचीत में अड़चन पैदा नहीं कर रहे हैं। बॉर्डर सील होने से जनता को नुकसान हो रहा है। यह हमारी मजबूरी है, अपनी बात कहां रखें?