अकेले अमरीका करता है 25 फीसदी गैस का उत्सर्जन।
वैश्विक स्तर पर चीन की हिस्सेदारी 13 फीसदी।
अकेले अमरीका करता है 25 फीसदी गैस का उत्सर्जन।
नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अपने ट्विट में कहा है कि वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन रात भर की घटना नहीं है। इस स्थिति तक पहुंचने में 100 साल लगे हैं। इसके लिए मुख्य रूप से दुनिया के प्रमुख राष्ट्र ही जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि वातावरण को प्रदूषित करने वाले कुल गैस में से सबसे ज्यादा उत्सर्जन अमरीका करता है। अकेले अमरीका दुनिया के कुल प्रदूषण में से 25 फीसदी का उत्सर्जन करता है। इसमें यूरोपीय देशों की सहभागिता 22 प्रतिशत है। जबकि चीन 13 प्रतिशत गैस उत्सर्जित करता है। भारत में केवल 3 प्रतिशत गैस का उत्सर्जन करता है। इसलिए भारत जलवायु परिवर्तन के लिए किसी भी तरह से जिम्मेदार नहीं हैं।
भारत ने गैस का उत्सर्जन 21 फीसदी कम किया लेकिन दुनिया का एक जिम्मेदार राष्ष्ट्र होने और जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणाम को नियंत्रित करने में अपनी हिस्सेदारी निभा रहा है। पेरिस जलवायु समझौते के अनुसार हमारी उत्सर्जन तीव्रता 33.35 फीसदी तक तक कम होनी थी। हमने इसका 21 फीसदी गैस का उत्सर्जन कम कर लिया है। शेष लक्ष्य को हम आगामी 10 वर्षों में हासिल कर लेंगे।