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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बोले – टेक्नोलॉजी ने दी न्यायिक व्यवस्था को गति, कोरोनाकाल में हुई 76 लाख मामलों की सुनवाई

Breaking : न्यायिक सक्रियता पर जताई खुशी। जुडिशियरी में तकनीक का प्रयोग सराहनीय।

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तकनीक प्रयोग का लोगों को लाभ मिल रहा है।

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज ऑल इंडिया स्टेट ज्यूडिशियल एकेडमीज डायरेक्टर्स रिट्रीट कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे। राष्ट्रपति ने कोरोना काल में भी जुडिशियरी की सक्रियता पर प्रसन्नता व्यक्त कीे।

18 हजार से ज्यादा न्यायालयों का हुआ कंप्यूटरीकरण

इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मुझे यह देखकर प्रसन्नता होती है कि न्‍याय व्यवस्था में तकनीक का प्रयोग बहुत तेज़ी से बढ़ा है। देश में 18,000 से ज्यादा न्‍यायालयों का कंप्‍यूटरीकरण हो चुका है। लॉकडाउन की अवधि में जनवरी, 2021 तक पूरे देश में लगभग 76 लाख मामलों की सुनवाई वर्चुअल कोर्ट्स में की गई।

संस्कारधानी है जबलपुर

उन्होंने कहा कि शिक्षा, संगीत एवं कला को संरक्षण और सम्मान देने वाले जबलपुर को आचार्य विनोबा भावे ने ‘संस्‍कारधानी’ कहकर सम्मान दिया था। उसके बाद साल 1956 में स्थापित मध्‍य प्रदेश उच्‍च न्‍यायालय की मुख्य न्यायपीठ ने जबलपुर को विशेष पहचान दी।